जहाँ पंजाब पाँच दरियाओं और पीर पैगम्बरों की धरती है वहीँ पंजाब के स्वतंत्रता सैनानियों की शहादत को नहीं भुला जा सकता। आज पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उप प्रधान एवं विधायक डॉक्टर राजकुमार वेरका ने पंजाब विधान सभा में स्वतंत्रता सेनानियों को शहीद का दर्जा देने के लिए विधान सभा के स्पीकर राणा के पी के समक्ष प्रस्ताव पारित करने के लिए आवेदन पत्र सौंपा। डॉक्टर वेरका ने कहा कि पंजाब के बहुत से स्वतंत्रता सेनानी हुए हैं जिन्होंने 1757 से 1947 तक स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और अपने देश को आज़ाद कराने के लिए शहादत दी। डॉक्टर वेरका ने स्पीकर के समक्ष जो सूचि सौंपी उनमें से प्रमुख तौर पर भगत सिंह, लाला लाजपत राय, सुखदेव, सैफुदीन किचलू, करतार सिंह सराभा, अजित सिंह संधू, मदन लाल ढींगरा, उधम सिंह, किशन सिंह गगराज, केदारनाथ सहगल, कृष्ण गोपाल दत्त, लाला दुनी चन्द, भाई परमानन्द, करतार सिंह जब्बर, शाम सिंह अटारी वाला, जरनल मोहन सिंह आज़ाद हिन्द फ़ौज, कैप्टन गुरबख्श सिंह ढिल्लों, लाला जगत नारायण (हिन्द समाचार पत्र समूह) शामिल हैं।
डॉक्टर वेरका ने स्पीकर से गुजारिश की कि इस मुद्दे को विधान सभा में प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार को भेजा जाये ताकि इन लोगों को शहीद का दर्जा मिले और इनके परिवारों को शहीद परिवार की सूचि में शामिल किया जाये। डॉक्टर वेरका ने मांग की कि शहीद भगत सिंह के केस के दस्तावेज सार्वजनिक तौर पर पेश करें ताकि आने वाली नौजवान पीढ़ी को उनकी शहादत से सीखने को मिले। डॉक्टर वेरका ने कहा कि पंजाब ने बहुत सी कुर्बानियां दी हैं देश की आज़ादी के लिए लेकिन समय समय पर सरकारों ने उन्हें बनता सम्मान नहीं दिया और वह मांग करते हैं कि आज इस प्रस्ताव को विधान सभा में लाकर शहीदों के प्रति एक सच्ची श्रधांजलि दी जाये ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए एक मिसाल साबित हो और देश का हर नौजवान अपने अंदर देश भक्ति और देश के प्रति हर काम कर गुजरने की समर्था रखे।इस मौके पर डॉक्टर वेरका के साथ अमृतसर कांग्रेस जिला प्रधान जुगल किशोर शर्मा, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एडवोकेट गौतम मजीठिया, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी कल्चरल सेल के वाईस चेयरमैन विकास दत्त, वरणदीप सिंह बमरा, जिला अमृतसर कांग्रेस के सचिव अजय कुमार भी मौजूद थे।