पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शिरोमणि अकाली दल के नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा हाल ही में संपूर्ण हुए विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की भारी हार के बाद, पंजाब के लोगों के विरूद्ध अति अपमानजनक टिप्पणियां करने को लेकर शुक्रवार को निंदा की है।सुखबीर द्वारा मतदाता की बहुत ज्यादा खाने के बाद उगल देने वाले व्यक्ति के साथ तुलना करने संबंधी बयान पर तेजी से प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि शिअद ने इतने शर्मनाक तरीके से वोटरों का अपमान करके उनके प्रति अपने अनादर का पूरी तरह से खुलासा कर दिया है।यहां जारी एक जोरदार बयान में, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने सुखबीर के अपमानजनक शब्दों, जिसमें इन्होंने कहा कि इनकी सरकार ने लोगों को खाने को बहुत कुछ दिया था, साफतौर पर अकाली नेतृत्व के प्रति लोगों द्वारा जाहिर किए गए घृणा पूर्ण व्यवहार को दर्शाते हैं, जिन्हें बादल सरकार की जन-विरोधी नीतियों ने निराशा की कगार पर धकेल दिया था।इस दिशा में, सुखबीर के अखबारों में प्रकाशित बयान की निंदनीय शैली पर बरसते हुए, जिसमें इन्होंने दावा किया है कि इनकी सरकार ने लोगों को उदारवादी तरीके से लाभ कमाने, बिजली व पानी का उपभोग करने के अवसर दिए थे, प्रवक्ता ने कहा कि बादल सरकार ने जो कुछ भी लोगों को दिया, वह उनका न्यायपूर्ण अधिकार था और जिस सरकारी खजाने से इनकी अदायगी हुई, वह भी लोगों के योगदान से एकत्र किया गया था।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब के लोग भिखारी नहीं हैं, जिन्हें बादलों ने खैरात दी थी। प्रवक्ता ने कहा कि इन चुनावों में लोगों ने शिअद को तीसरा दर्जा देकर उनके चुनाव पूर्व प्रलोभनों को खारिज कर दिया था, जो फायदे इन्होंने निराशापूर्ण तरीके से चुनावों से पूर्व मतदाताओं को देने शुरू कर दिए थे। प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब के मतदाताओं ने इनकी नोटंकी को देख लिया था। इस दिशा में, बादलों की सामंतवादी कार्यप्रणाली के साथ-साथ, इनके द्वारा लोगों पर अपने साथियों व हल्का इंचार्जों के जरिए आतंक बरसाने से, ये चुनाव पार्टी के ताबूत पर आखिरी कील साबित हुए हैं।प्रवक्ता ने कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक ढांचे में लोग चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा आदर व विनम्रता के साथ बर्ताव किया जाना पसंद करते हैं, न कि अत्याचारी व निरंकुश तरीके से। उन्होंने सुखबीर को वोटरों के प्रति ऐसी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के विरूद्ध चेतावनी दी है, जिनकी दया पर बादल सरकार बीते दस सालों में जिंदा रही थी।प्रवक्ता ने सुखबीर को कहा कि इन लोगों ने ही बीते 10 सालों के दौरान आपको खिलाया था, न कि आप ने इन्हें कुछ खाने को दिया था। यहां तक कि आपके शासन में फैली बड़े स्तर पर बेरोजगारी के जरिए आप ने, तो लोगों व उनके बच्चों के मुंह से खाने का निवाला तक छीन लिया था।