केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा है कि भगवंत मान जैसे नशेड़ी और मनप्रीत बादल जैसे अवसरवादी लोगों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कारगुजारी और वचनबद्धता पर उंगली उठाने से पहले अपने आचरण पर गौर करना चाहिए।सोमवार को यहां जारी एक बयान में सुश्री बादल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सांसद भगवंत मान पंजाब के लोगों से कह रहे हैं कि अगर आम आदमी पार्टी ने अपने वादे पूरा ना किए तो लोग उन्हें पत्थर मारें। उन्होंने कहा कि मान को आप की सरकार बनने के सपने लेने की बजाए संगरूर वासियों को दिए धोखे के बदले में पत्थर झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए। मान ने अपने हल्के में एक भी विकास कार्य नहीं किया है। वह अपने हल्के में एक भी नया प्रोजेक्ट नहीं ला सके हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मान खुद को पंजाब का मुख्यमंत्री पेश करने के लिए जी तोड़ जोर लगा रहे हैं। लोगों को यह जताने के लिए वह अब पूरी तरह से सुधर गए हैं वह अपना इलाज करवाने के लिए बंगलौर तक का चक्कर लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल मान मुख्यमंत्री बनने के ख्वाब देख रहे हैं। इससे संकेत मिलता है कि वह शराब की आदत छोड़ नहीं सके हैं। जबकि हकीकत यह है कि उनका यह रोग और ज्यादा गंभीर हो गया है। मान को पंजाब में ्रआम आदमी पार्टी की सरकार बनने के सपने देखने की बजाए पहले इस बात की चिंता करनी चाहिए कि कम से कम संसद में वह शराब पीकर न जाएं।
कांग्रेस नेता मनप्रीत बादल के प्रधानमंत्री की आलोचना करने वाले बयान पर टिप्पणी करते हुए सुश्री बादल ने कहा कि मनप्रीत को किसी भी नेता रिपोर्ट कार्ड लिखने का कोई हक नहीं है। बतौर वित्त मंत्री वह पूरी तरह नाकाम साबित हुए हैं। उसके बाद उनका राजनीतिक दल पीपुल्ज पार्टी ऑफ पंजाब बनाने का अनुभव भी बुरी तरह नाकाम रहा। अकाली दल छोडऩे के बाद वह एक भी चुनाव जीत नहीं सके। वह किस मुंह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधे कार्यकाल तक की कारगुजारी पर टिप्पणी कर सकते हैं यह समझ से परे हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने हर क्षेत्र में कामयाबी से देश का नेतृत्व किया है। मोदी खुद एक गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। इसीलिए उन्होंने केंद्र सरकार की तमाम केंद्रीय योजनाओं में गरीब तबके का ख्याल रखा है।
प्रधानमंत्री ने गरीबों के लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं जुटाई हैं।सुश्री बादल ने कहा कि मनप्रीत बादल खुद एक सबसे बड़े अवसरवादी नेता हैं। जो कि अपने लालच के लिए कुछ भी कुरबान कर सकते हैं। कभी भी कांग्रेस का हाथ नहीं पकडऩे का दावा करने वाले मनप्रीत बादल ने जिस तरीके से कांग्रेस का दामन थामा है उससे यह बात स्पष्ट हो गई है। उन्होंने कहा कि गिरगिट की तरह रंग बदल कर मनप्रीत बादल एनडीए पर यह सोच कर हमले कर रहे हैं कि पंजाब में कांग्रेस की जीत निश्चित है। दरअसल वह भ्रम का शिकार हो चुके हैं। वह शेखचिल्ली के सपने देख रहे हैं। मनप्रीत बादल जैसे नेताओं की अपनी कोई विचारधारा नहीं होने के कारण उनकी स्थिति आया राम गया राम जैसी होती है। वे जिस थाली में खाते हैं उसी में थूकते हैं। ऐसे नेताओं को लोग ज्यादा देर तक बर्दाश्त नहीं करते।