अध्यात्मवाद से शक्ति मिलती है : रजनीकांत
5 Dariya News
चेन्नई , 05 Feb 2017
तमिल साइंस-फिक्शन फिल्म '2.0' की शूटिंग में व्यस्त अभिनेता रजनीकांत खुद को एक अभिनेता से ज्यादा आध्यात्मिक शख्स मानते हैं। उन्होंने कहा कि वह अध्यात्मवाद को प्रसिद्धि व नाम से ज्यादा अहमियत देते हैं क्योंकि आध्यात्मिक शक्ति का कोई मुकाबला नहीं है। इसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। उन्होंने किताब 'डिवाइन रोमांस' के तमिल संस्करण 'देवीगा कदाल' की लांचिंग के मौके पर कहा, "मैं खुद को अभिनेता से ज्यादा आध्यात्मिक शख्स कहलाना पसंद करता हूं। मेरा मानना है कि अध्यात्मवाद पैसा, नाम, प्रसिद्धि सबसे बढ़कर है क्योंकि अध्यात्मवाद से आपको शक्ति मिलती है और मुझे शक्ति से लगाव है।"
किताब को परमहंस योगानंद ने लिखा है। अभिनेता ने बताया कि उनके भाई सत्यनारायण गायकवाड़ उनके पहले गुरु हैं, जिन्होंने छोटी आयु में ही उनका अध्यात्म से परिचय करवाया। गायकवाड़ ने अभिनेता का दाखिला रामकृष्ण मिशन में भी करवाया था।रजनीकांत रामकृष्ण परमहंस को अपना दूसरा गुरु मानते हैं। अभिनेता ने इस बात का भी जिक्र किया कि सामाजिक समस्याओं के बारे में उन्हें दयानंद सरस्वती के जरिए पता चला।रजनीकांत नियमित तौर पर हिमालय की यात्रा पर जाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि यह जगह दिव्य रहस्यों से भरी पड़ी है।