पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने मंगलवार को किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर इंकार करते हुए कहा है कि कांग्रेस विधानसभा चुनावों में दो-तिहायी बहुमत हासिल करके विरोधियों को बाहर का रास्ता दिखा देगी।कैप्टन अमरेन्द्र ने अरविंद केजरीवाल द्वारा लगाए गए उन आरोपों पर हंसी उड़ाई कि उन्होंने प्रकाश सिंह बादल की सहायता करने के लिए लंबी, जोकि 1930 तक पटियाला रियासत का हिस्सा था, से चुनाव लडऩे का फैसला लिया है। जिस पर कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि आप नेता अपनी बुद्धि का इस्तेमाल किए बगैर बिना सोचे-समझे बोल रहे हैं। इस क्रम में पहले केजरीवाल ने कहा कि उन्हें बादल के खिलाफ लडऩा चाहिए और अब आप नेता कहते हैं कि वह मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़कर उनकी सहायता कर रहे हैं। उन्होंने केजरीवाल के बयानों को बेतुका बताते हुए स्पष्ट किया कि उनका लंबी से चुनाव लडऩा केजरीवाल से मिली किसी भी कथित या असली चुनौती का जवाब नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य सिर्फ पंजाब के लोगों को बादलों से बचाने की इच्छा से प्रेरित है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने केजरीवाल द्वारा कांग्रेस के खिलाफ लगाए जा रहे निराधार आरोपों पर बरसते हुए, आप नेता से पूछा कि उनके द्वारा लगाए आरोपों के मुताबिक कैसे अकालियों व कांग्रेस में गठजोड़ हो सकता है, जो दोनों पार्टियां चुनावों में एक-दूसरे को हराने के लिए लड़ रही हैं।पटियाला से अपना नामांकन-पत्र दाखिल करने से पहले पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि उनके लिए पटियाला व लंबी दोनों महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र हैं और यह फैसला कि वह दोनों में से किसको छोड़ेंगे, उचित समय पर लिया जाएगा।हालांकि, उन्होंने यह जरूर स्पष्ट किया कि पटियाला का विकास उनके एजेंडे में रहेगा और उनकी सरकार फंड जारी करेगी व क्षेत्र के विकास के लिए दोबारा से पटियाला डिवल्पमेंट अथॉरिटी बनाएगी।
एक सवाल के जवाब, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि एक परिवार-एक टिकट के नियम के तहत उनके लिए विधानसभा सीट छोडऩे वाली उनकी पत्नी व मौजूदा विधायक परनीत कौर संसदीय चुनाव लड़ेंगी।वहीं पर, कैप्टन अमरेन्द्र ने जनरल जे.जे सिंह से किसी भी तरह के गंभीर खतरे से इंकार किया, जिन्हें अकालियों ने उनके खिलाफ खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि जे.जे सिंह हमेशा से एक औसत कैडेट और एक झूठे व्यक्ति रहे हैं, जो किसी क्षमता के चलते नहीं, बल्कि सिर्फ अपनी वरिष्ठता के कारण सेना प्रमुख बने थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने खुलासा किया कि यू.पी.ए द्वारा ही सेना प्रमुख व फिर राज्यपाल बनाए जाने के बाद, अब यह दावा करके कि वह आप्रेशन ब्लूस्टार के चलते कांग्रेस से खफा हैं, जे.जे सिंह एक धोखेबाज के रूप में खुद अपना भंडाफोड़ कर रहे हैं।
इस दौरान कैप्टन अमरेन्द्र ने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया कि वह पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए व्यस्त होने कारण नई दिल्ली में नवजोत सिंह सिद्धू की शमूलियत हेतु मौजूद नहीं रह सके थे। उन्होंने कहा कि सिद्धू के साथ उनके पटियाला को लेकर गहरे संबंध हैं और वह उन्हें तब से जानते हैं, जब सिद्धू बच्चे थे। जिसे लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके व पूर्व क्रिकेटर के मध्य कोई तनाव नहीं है, जो बगैर किसी शर्त कांग्रेस में शामिल हुए हैं।कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि सिद्धू और उनकी भूमिका पर कांग्रेस हाईकमान द्वारा फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह और सिद्धू 19 जनवरी को अमृतसर में एक सांझे रोड शो के जरिए पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। उन्होंने दोहराया कि पंजाब चुनावों में सिद्धू कांग्रेस के लिए एक स्टार प्रचारक होंगे।एक अन्य सवाल के जवाब में, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि कुछ आरक्षित सीटों को छोड़कर किसी भी सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं बदला गया है और पार्टी एक परिवार-एक टिकट व जीतने की काबिलियत के आधार पर टिकट देने को लेकर कायम है।
जबकि एस.वाई.एल के मुद्दे पर कैप्टन अमरेन्द्र ने एक बार फिर से कहा कि उनकी सरकार पानी पर पंजाब के अधिकारों की रक्षा हेतु एक नया कानून लाएगी और सुनिश्चित करेगी कि एक बूंद पानी भी राज्य से बाहर न जाए।इससे पहले, कैप्टन अमरेन्द्र ने कई प्रमुख आप नेताओं का कांग्रेस में स्वागत किया, जिन्होंने कहा कि केजरीवाल द्वारा इंकलाब के वेश में लोगों को गुमराह किए जाने खुलासा होने के बाद उन्होंने उनकी पार्टी को छोडऩे का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि सिर्फ कैप्टन अमरेन्द्र ही पंजाब के लोगों को आप की जहरीली सोच से बचा सकते हैं।इस अवसर पर शामिल होने वालों में डा. कर्मजीत सिंह (रिटायर्ड आई.ए.एस), काबुल सिंह (आप लीगल विंग, खडूर साहिब), राम कंबोज (आप बुद्धिजीवि विंग, खडूर साहिब), बाबू सिंह बराड़ (आप बुद्धिजीवि विंग, फरीदकोट) व सुरेन्द्र सिंह (फिरोजपुर से आप वलंटियर) भी रहे, जो पटियाला से आप सांसद डा. धर्मवीर गांधी के नेतृत्व में उम्मीदवारों को सीटें अलॉट करने वाली आप स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य थे।