लुधियाना स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के एक शिष्टमंडल ने शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के साथ मिलकर सरकार बनने के बाद राज्य में उद्योगों को दोबारा खड़ा करने के हित में पार्टी को अपना समर्थन दिया।कैप्टन अमरेन्द्र ने उन्हें भरोसा दिया कि कांग्रेस राज्य के उद्योगों को दोबारा खड़ा करने हेतु वचनबद्ध है, जिन्हें पहले बादल सरकार की व्यर्थ नीतियों ने घुटनों पर ला दिया था व अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी के कदम ने हालातों को और हालात बिगाड़ दिए हैं।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के मैनिफैस्टो में राज्य में उद्योगों को दोबारा खड़ा करने को लेकर विस्तार सहित कार्यक्रम दिया गया है, जिसे कांग्रेस राज्य की सत्ता में आने के तुरंत बाद लागू करेगी। इस क्रम में सरकार बनाने के 90 दिनों के भीतर नई औद्योगिक नीति का ऐलान करने सहित पार्टी मैनिफैस्टो राज्य की स्मॉल स्केल इंडस्ट्री को दोबारा की पटरी पर लाने हेतु कई कदमों का जिक्र करता है।
शिष्टमंडल ने बीते समय में उद्योगों को पार्टी के समर्थन के लिए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष का धन्यवाद किया और उम्मीद जाहिर की कि खासकर स्मॉल स्केल इंडस्ट्री को जल्द से जल्द दोबारा कायम किया जाएगा, जो हालात बादल नेतृत्व वाले अकाली दल द्वारा भाजपा के साथ मिलकर राज्य की कमान संभालने से पहले थे।इस अवसर पर शिष्टमंडल ने कैप्टन अमरेन्द्र को अपने दु:ख सुनाते हुए कहा कि अकाली-भाजपा गठबध्न ने उनका आस्तित्व खतरे में पहुंचा दिया है, जिन्होंने न सिर्फ स्मॉल स्केल इंडस्ट्री को पूरी तरह से किनारे लगा दिया है, बल्कि वास्तव में पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा औद्योगिक विकास को लेकर उठाए गए कई कदमों को वापिस ले लिया है।जिस पर कैप्टन अमरेन्द्र ने दोहराया कि राज्य में उद्योगों को पुन: खड़ा करना उनके एजेंडे में सबसे ऊपर है और वह इसे प्राथमिकता के आधार पर लेंगे, ताकि उन्हें पेश आ रही समस्याओं को बिना किसी देरी से दूर किया जा सके और एक बार से देश में राज्य की औद्योगिक प्रमुखता को कायम किया जा सके।