वाह री कुदरत की माया 'कहीं धूप तो कहीं छाया' वाली कहावत हमीरपुर जनपद में चरितार्थ हो रही है। जिला मुख्यालय और कुरारा ब्लॉक सहित बीस किलोमीटर के दायरे में हुई लगातार मूसलाधार बारिश से हमीरपुर शहर और देहात पानी-पानी हो गए। शुक्रवार को बाढ़ जैसे हालात रहे। गुरुवार को दिन और रात में हुई बारिश 85 मिलीमीटर तक रिकार्ड की गई। पहली बार इतनी ज्यादा बारिश होने से किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे, मगर जगह-जगह जलभराव से लोग परेशान भी हैं। रानी लक्ष्मीबाई तिराहे पर हाईवे में जहां कई फीट पानी भर गया, वहीं नगर के गली-कूचों में भी बारिश का पानी भर जाने से लोग अपने घरों में ही दुबकने को मजबूर रहे। लगातार ढाई घंटे से ज्यादा समय तक एक ही रफ्तार में बारिश होने से हमीरपुर नगर में हर जगह जलभराव हो गया। खनिज भवन, कोतवाली के पीछे, कलेक्ट्रेट रोड, राइफल क्लब मीटिंग हाल के बाहर, पुलिस परेड, कृषि भवन के सामने रोड पर जहां कई फीट तक बरसात का पानी भर गया वही हमीरपुर नगर के गली-कूचे बरसात के पानी से भर गए।
बस स्टॉप और राजकीय महिला महाविद्यालय के मुहाने भी बारिश से जलभराव हो गया, जिससे लोगों को निकलने में खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। हमीरपुर के कोतवाली के बाहर और जिला अस्पताल रोड पर करीब एक फीट पानी बरसात का भर जाने से शुक्रवार को आसपास के दुकान परेशान है। पानी की निकासी की कोई व्यवस्था न होने से सड़क पर पानी ही पानी नजर आ रहा है। सबसे ज्यादा आज की बारिश का असर तो शहर के रानी लक्ष्माई तिराहे पर देखा जा रहा है, जहां एक फीट से ज्यादा बारिश का पानी भरा है। दोपहिया वाहन व साइकिल सवार जलभराव के कारण गिर गए।उधर, कुरारा क्षेत्र में भी झमाझम बारिश हुई, जिससे खेत और खलिहान पानी पानी हो गए। बारिश से किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं। कई किसानों का कहना है कि पहली मर्तबा मानसून की बारिश हुई है, मगर अब बारिश कुछ दिनों के लिए न हो तो खेती के लिए अच्छा रहेगा।
सुरेश सिंह का कहना है कि यदि एक हफ्ते तक बारिश न हो तो खेतों में खरीफ की बुआई किसान कर सकता है। एडीएम डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि 16 जुलाई को भारी बारिश होगी। इस बात की जानकारी मौसम विभाग से मिली है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जनपद के अकेले हमीरपुर क्षेत्र में एक ही रफ्तार में लगातार कई घंटे तक बारिश हुई है, लेकिन जिले के राठ व मौदहा सहित कई इलाके सूखे रहे।मूसलाधार बारिश होने से जिला न्यायालय परिसर में बने कैदी लॉकप के अंदर बरसात का पानी घुस जाने से अफरातफरी मच गई। बताया जाता है कि जिला जजी परिसर में बने लाकप में बंदियों को लाया गया था, तभी जोरदार बारिश होने लगी। बंदी लॉकप में दुबके रहे, जबकि बरसात का पानी लाकप और जिला जजी प्रांगण में बने होटल के अंदर भी घुस गया, जिससे अफरातफरी मच गई।
वकील और वादकारी परेशान देखे गए। मानसून की झमाझम बारिश के कारण आज सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में बच्चे चार घंटे तक फंसे रहे। कई प्राथमिक स्कूलों में तो बारिश का पानी घुसने से बच्चे भीग गए। बताया जाता है कि पहली बार हमीरपुर में लगातार पौने तीन घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के कारण बच्चे स्कूलों में फंसे रहे। कई सरकारी स्कूलों में भी बरसात का पानी घुस गया। मूसलाधार बारिश से हमीरपुर नगर का प्राचीन चौरादेवी मंदिर में भी कई फीट पानी भर गया, जिससे दर्शन करने गए लोग मंदिर में ही फंस गए। साईं बाबा मंदिर व अन्य मंदिरों में भी बरसात का पानी घुस गया।