पंजाब राज अनुसूचित जाति कमिशन ने पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला के हिंदी विभाग द्वारा एक अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित विद्यार्थी को दलित होने के कारण पीएचडी करने से रोकने का नोटिस लेते हुये रजिस्ट्रार पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला को मामले संबंधी तीस दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिये हैं।कमिशन के चेयरमैन राजेश बाघा ने बताया कि गिदड़बाहा से संबंधित रवि कुमार जिसने अपनी एम ए, एम फिल की पढाई संपूर्ण करके और यूजीसी की जूनियर रिसर्च स्कॉलरशिप (जे आर एफ) पास कर ली थी और इस पश्चात यूनीवर्सिटी के हिंदी विभाग के अध्यापक डॉ. रवि दत्त द्वारा उसका पीएचडी की पढ़ाई के लिए नियमों अनुसार निगरान/ गाईड बनना स्वीकार कर लिया था परंतु बाद में दलित वर्ग से संबंधित होने के कारण पीएचडी करने से रोक दिया गया।
श्री बाघा ने बताया कि कमिशन ने निगरान एवं विभाग के अन्य अध्यापकों द्वारा पीडि़त रवि कुमार को दलित होने के कारण पीएचडी करने से रोकने/हुये अन्याय संबंधी समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का सू-मोटो नोटिस लेते हुये रजिस्ट्रार, पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला को मामले बाबत समूची रिपोर्ट 30 दिनों में प्रस्तुत करने के आदेश दिये हैं।दोषियों विरूद्ध कठोर कार्रवाई को विश्वसनीय बनाने की बात करते हुये पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन श्री राजेश बाघा ने कहा कि कमिशन अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों की भलाई के लिए वचनबद्ध है और कानून अनुसार उनके अधिकारों की रक्षा यकीनी बनाई जायेगी।