नासा के इंजीनियरों ने महत्वाकांक्षी खोजी अंतरिक्ष यान केपलर को इमरजेंसी (आपात) मोड से बाहर निकाल लिया है। यह यान अब स्थिर अवस्था में है, और इसका वैज्ञानिकों के साथ संपर्क स्थापित हो गया है। टेलीमेट्री (दूरमापी) की सहायता से ऐतिहासिक कार्यक्रमों की जानकारी धरती की प्रयोगशाला में दर्ज की जा रही है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा है कि अंतरिक्ष यान अपने न्यूनतम ईंधन-ज्वलन मोड पर काम कर रहा है। नासा ने अब इस यान की स्पेसक्रॉफ्ट इमरजेंसी घोषणा को भी निरस्त कर दिया है। जिसके तहत अब यह दोबारा धरती से संपर्क के लिए 'डीप स्पेस नेटवर्क' से जुड़ गया है।कैंपेन 9 में शामिल पृथ्वी-स्थित वेधशालाओं ने केपलर के ठीक होने के साथ ही परीक्षण शुरू कर दिए हैं।तय कार्यक्रम के अनुसार, सात अप्रैल को वैज्ञानिकों को यान के इमरजेंसी मोड में जाने की जानकारी हुई थी।
क्योंकि यान का वैज्ञानिकों के साथ कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था। इसके बाद इस मिशन के आपात स्थिति में जाने की घोषणा कर दी गई थी। इसका काम कैलिफोर्निया स्थित प्रयोगशाला 'डीप स्पेस नेटवर्क' के साथ जुड़कर गहन अंतरिक्ष में जीवन की खोज करना है।ऐसा पहली बार हुआ है, जब सात वर्षो में पहली बार केपलर को इमरजेंसी मोड में डाला गया। केपलर ने अपना प्रारंभिक मिशन साल 2012 में पूरा किया था, इस दौरान इसने करीब पांच हजार एक्सपोप्लैनेट्स की खोज की थी। जिसमें एक हजार से अधिक ग्रहों की पुष्टि हुई थी। अब केपलर अपने दूसरे मिशन पर है।