इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो नेताओं के संबंध और मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले को लेकर राज्यसभा में शुक्रवार को भी विपक्षी दलों ने हंगामा जारी रखा, जिस कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित की गई। कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी पार्टियां ललित के साथ संबंध को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और व्यापमं घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रही हैं।कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, "हम अपने अधिकार के तहत प्रस्ताव लाने और कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।" उन्होंने सरकार पर कोई जवाब न देने का आरोप लगाया।वहीं, संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि विपक्ष की तरफ से कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है।केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए हमेशा तैयार है, लेकिन विपक्ष इससे भाग रहा है।
इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।दोनों पक्षों के हंगामे के बीच उपसभापति पी.जे.कुरियन ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष के नेता व्यापमं घोटाले पर शिवराज के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री के बयान की मांग करने लगे।सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार चर्चा के लिए तैयार है।नकवी ने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।इस बीच, कांग्रेस सदस्य सदन के बीचोबीच खड़े हो गए, जिस कारण सभापति एम.हामिद अंसारी को कार्यवाही अपराह्न एक बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा बरकरार रहा और तब सदन की कार्यवाही एकबार फिर अपराह्न 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।