हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से मुलाकात की तथा इस वर्ष के केन्द्रीय बजट में प्रदेश को एम्स स्तर का चिकित्सा संस्थान स्वीकृत करने के लिए केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया।कौल सिंह ठाकुर ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करवाया कि इस प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान के लिए राज्य सरकार ने बिलासपुर जिला के कोठीपुरा में उपलब्ध पर्याप्त भूमि का पहले ही चयन कर लिया है । उन्होंने आग्रह किया कि इस स्थल को स्वीकृति प्रदान करने के लिए शीघ्र ही केन्द्रीय दल भेजा जाए ताकि इस चिकित्सा संस्थान को स्थापित करने हेतु आगामी कार्यवाही की जा सके।कार्यक्रम कार्यान्वन योजना के तहत हिमाचल प्रदेश को प्रदान की गई कम धनराशि का मामला उठाते हुए श्री कौल सिंह ठाकुर ने आग्रह किया कि इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश सरकार ने 313 करोड़ रूपए के प्रस्ताव भेजे थे परन्तु उन्हें मात्र 261 करोड़ रूपए ही स्वीकृत हुए हैं जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने में चुनौती का सामना करना पड़ रहा है । उन्होंने आग्रह किया कि इस कार्यक्रम के तहत प्रतिपूरक राशि के रूप में और धन उपलब्ध करवाया जाए ।
कौल सिंह ठाकुर ने 45 करोड़ रूपए की लागत से क्षेत्रीय अस्पताल मंडी के लिए स्वीकृत कैंसर सेन्टर को शीघ्र प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करने का मामला भी उठाया । उन्होंने आइजीएमसी शिमला, नाहन व नालागढ़ अस्पतालों में बर्न इकाइयां स्वीकृत करने का मामला भी उठाया । उन्होंने यह भी आग्रह किया कि आइजीएमसी के लिए एक एडवांस ट्रामा सेन्टर भी स्वीकृत किया जाए ताकि पीड़ितों को समय पर इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सके । उन्होंने प्रदेश के विभिन्न स्थलों के अन्य अस्पतालों में कम से कम पांच ट्रामा सेन्टर स्थापित करने के प्रदेश सरकार के प्रस्तावों को भी मंजूरी प्रदान करने का अनुरोध किया । कौल सिंह ठाकुर ने कमला नेहरू अस्पताल शिमला तथा क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में 20-20 करोड़ रूपए की लागत से स्थापित किये जा रहे मातृ एवं शिशु अस्पताल इकाइयों के लिए 10-10 करोड़ रूपए और जारी करने का भी अनुरोध किया ताकि निर्माण कार्य को जल्द पूरा किया जा सके ।