ऊना जिला के साथ आज एक और गौरव जुड़ गया, जब डीसी अभिषेक जैन ने यहां शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करके ऊना जिला को धूम्रपान मुक्त जिला होने का आधिकारिक गौरव प्रदान किया। आज तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीसी ने सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम, 2003 की अनुपालना बारे पापुलेशन रिसर्च सेंटर, शिमला द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण के आकलन के अनुसार जिला ऊना को धुम्रपान मुक्त जिला घोषित किया। उन्होंने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए समस्त जिलावासियों को बधाई दी और समस्त विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं व आम जनता को इसका श्रेय दिया।
उन्होंने कहा विश्व भर में तंबाकू का सेवन मृत्यु का सबसे बड़ा कारण बन रहा है और अकेले भारत में ही प्रतिवर्ष 10 लाख लोगों की तंबाकू उत्पादों के कारण स्वास्थ्य को होने वाले दुष्प्रभावों से मृत्यु हो रही है। उन्होंने कहा कि तंबाकू के प्रयोग से जहां कैंसर, दमा, हार्ट अटैक और गैंगरीन जैसे लाइलाज रोग आदमी को अपनी गिरफत में लेते हैं, वहीं इसका सेवन लोगों को आर्थिक रूप से भी खोखला करता है।
डीसी ने कहा कि सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थलों में धूम्रपान करने पर पाबंदी लगाई गई है और इस पाबंदी की कड़ाई से अनुपालना सुनिश्चित की जायेगी। डीसी ने बसों में यात्रियों, चालकों व परिचालकों को धुम्रपान न करने की अपील की और उल्लघंना करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला में धुम्रपान मुक्ति के हलए उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं वव्यक्तियों को समानित भी किया।सीएमओ डा. जीआर कौशल ने इस अवसर पर तंबाकू के मानव शरीर पर दुष्प्रभावों के संबन्ध में जानकारी देते हुए कहा कि देश में 12 करोड़ से अधिक लोग तंबाकू उत्पादों का सेवन कर रहे हैं तथा आजीवन रहने वाली बीमारियां जैसे कैंसर, फेफड़ों के रोग, हृदय के रोग का कारण तंबाकू का सेवन है । उन्होंने कहा कि 31 मई को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तंबाकू रहित दिवस घोषित किया है और इसका ध्येय है तंबाकू के इस्तेमाल को कम करने की नयी नीतियां बनाना क्योंकि विश्व भर में तंबाकू का सेवन मृत्यु का सबसे बड़ा कारण बन रहा है । उन्होंने कहा कि तंबाकू के उत्पादों में 4000 से भी अधिक घातक रसायन होते हैं और इसमें तंबाकू की पात्तियों का प्रयोग होता है। ये सभी शरीर के विभिन्न अंगों को किसी न किसी रूप में नुकसान पहुंचाते हैं। समय रहते बचाव नहीं करने पर इसका नतीजा घातक बीमारी के रूप में सामने आ सकता है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. गोपाल चौहान ने कहा कि तंबाकू में मौजूद निकोटिन शरीर के तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है। इसके प्रभाव से दिल की धड़कन और रक्तचाप में भी वृद्धि हो जाती है। इस जहरीले पदार्थ से शरीर की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इस अवसर पर एएसपी, विभिन्न चिकित्सक व हिमोत्कर्ष अध्यक्ष कंवर हरि सिंह भी उपस्थित थे। विद्यार्थियों ने तंबाकू निषेध दिवस पर शहर में रैली भी निकाली।