पात्र युवा कंपयूटर एप्लीकेशन स्कीम का अधिकाधिक लाभ उठाएं : डी.सी.
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5 दरिया न्यूज (विजयेन्दर शर्मा)
ऊना , 20 Feb 2013
डीसी अभिषेक जैन ने आज यहां अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यकों से संबधित युवाओं के लिए सामाजिक न्याय व आधिकारिता विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही कंपयूटर एप्लीकेशन स्कीम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को इस स्कीम का प्रभावी प्रचार व प्रसार सुनिश्चित करने के साथ- साथ जन-जागरूकता पैदा करने के निर्देश दिए ताकि अधिकाधिक पात्र युवा इस स्कीम का लाभ उठाकर स्वावलंबी बन सकें। उन्होंने कहा कि जिला में इस समय संबधित वर्ग के 75 बच्चों को न केवल नि:शुल्क कंपयूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है बल्कि उन्हें विभाग की ओर से पारिश्रमिक भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऊना जिला में आईआईसीटी सेंटर को सरकार द्वारा अभ्यार्थियों के प्रशिक्षण हेतु अनुमोदित किया गया है जिसमें एक वर्ष की अवधि के दासे कंपयूटर कोर्स पीजीडीसीए व डीसीएञ्चडीटीपी चलाए जा रहे हैं। पात्र वर्गों के बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 1200 रूपए की राशि विभाग द्वारा वहन करने के अलावा उन्हें प्रतिमाह एक हजार रूपए की छात्रवृति दी जा रही है और प्रशिक्षण के उपरांत परीक्षा में उतीर्ण रहने वाले विद्यार्थियों को 6 माह के लिए जिला के अलग-अलग कार्यालयों में नियुक्ति की जाती है जिसका भुगतान जिला कल्याण अधिकारी द्वारा 1500 रूपए प्रति अभ्यार्थी किया जाता है। डीसी ने अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि वे युवाओं को गुणवत्ता पूर्ण प्रशिक्षण के अलावा युवाओं क व्यक्तित्व विकास व उनकी बातचीत की कला को विकसित करना सुनिश्चित करें ताकि ऐसे युवा सहज व प्रभावी तरीके से साक्षात्कार दे सकें। उन्होंने इन युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए संचालित केन्द्रों के बाहर ऐसे बोर्ड लगवाने के निर्देश भी दिए जिनमें यह साफ लिखा गया हो कि यह केन्द्र प्रदेश सरकार के सामाजिक न्याय व आधिकारिता विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यकों से संबधित युवाओं े लिए शुरू की गई कंपयूटर एप्लीकेशन स्कीम के तहत मान्यता प्राप्त है। उन्होंने इस स्कीम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को रोजगार कार्यालयों से लिंक करने और उन्हें प्रदेश अनुसूवित जाति, जनजाति विकास निगम व अन्य पिछड़ा वर्ग निगम से ऋ ण लेकर स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने बारे भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से बंगाणा व अंब में भी ऐसे प्रशिक्षण केन्द्र शुरू करने की संभावनाओं का पता लगाने के भी निर्देश दिए।