श्री मचैल माता यात्रा में आने वाले यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि 25 जुलाई, 2023 को इसकी आधिकारिक शुरुआत के बाद से केवल 5 दिनों में इस प्रतिष्ठित मंदिर के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या 9,000 को पार कर गई है।जम्मू से मचैल तक पवित्र छड़ी यात्रा का आगमन 18 अगस्त को निर्धारित है, जबकि यात्रा 5 सितंबर, 2023 को समाप्त होने वाली है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, आध्यात्मिक यात्रा पूरी करने वाले तीर्थयात्रियों में देश के विभिन्न भागों से आए 4672 पुरुष, 3059 महिलाएं और 1662 बच्चे शामिल हैं।उपायुक्त किश्तवाड़ डॉ. देवांश यादव ने यात्रा को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया पर प्रसन्नता व्यक्त की है, जिसमें देश के लोगों की माता चंडी मचैल के प्रति अटूट आस्था पर जोर दिया गया है।
उन्होंने पाडर क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों पर यात्रा के सकारात्मक प्रभाव को स्वीकार किया और आशा व्यक्त की कि तीर्थयात्री स्वच्छता के प्रति सचेत रहकर स्थान की पवित्रता बनाए रखेंगे।इस वर्ष किश्तवाड़ जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की यात्रा को जीवन भर का यादगार अनुभव बनाने के लिए दूरगामी कदम उठाए हैं।
इनमें अपनी तरह के पहले 30 किलोवाट हाइब्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र, एक 4जी एयरटेल टावर की स्थापना तथा मचैल गांव में बिजली की स्थापना शामिल है, जिससे भक्तों की कठिन आध्यात्मिक यात्रा आसान हो जाएगी।इसके अतिरिक्त, यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के ठहरने और मेजबानी के लिए मचैल में टेंट सिटी, यात्री भवन, सफायर गेस्ट हाउस और गुलाबगढ़ में लक्जरी मशरूम टेंट जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
श्री मचैल माता यात्रा से संबंधित व्यापक जानकारी प्राप्त करने के लिए भक्तों को आधिकारिक वेबसाइट www.shrimachailmatayatra.com पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।मचैल माता यात्रा अत्यधिक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है और देश भर में भक्तों के लिए एक पसंदीदा तीर्थ स्थान बनी हुई है।