नशाखोरी और ग़ैर-कानूनी तस्करी विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय दिवस मौके पंजाब के स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. बलबीर सिंह ने आज कलगीधर ट्रस्ट, बड़ू साहिब ( हिमाचल प्रदेश) की तरफ से करवाए समागम दौरान - से यैस्स टू लाईफ़, नौ टू ड्रग्गज़-के संदेश के साथ संसार भर को नशा मुक्त बनाने के लिए सैंकड़ों लोगों के साथ मिलकर कसम उठाई। यह समागम आज यहा सुखना झील पर नशों के बुरे प्रभावों संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए करवाया गया था।
स्वास्थय मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज गोरी शेरों, अकाल नशा छुड़ाओ केन्द्रों के डायरैक्टर डा. ( कर्नल) रजिन्दर सिंह और कलगीधर ट्रस्ट के प्रधान डा. दविन्दर सिंह के साथ व्यापक -हैड इम्प्रेशन कम्पेन अगेंस्ट ड्रग्गज़-में हिस्सा लिया। इस दौरान बच्चों, स्टाफ और आम लोगों सहित लगभग 300 प्रत्योगियों ने 20 फुट के कैनवस पर अपने रंग-बिरंगे हाथों के छाप छोड़े। यह प्रतीकात्मक संकेत नशा विरुद्ध उनके एकजुट होने और समाज में से इस खतरे को ख़त्म करने के उनके दृढ़ इरादे को दिखाता है।
डा. बलबीर सिंह ने नशे को गहरा संकट करार देते कहा कि बदलती जीवन शैली के साथ लोग ख़ास कर नौजवान और स्कूली बच्चे नशे के जाल में फंसते जा रहे हैं क्योंकि उनके पारिवारिक मैंबर उन के साथ ज़्यादा समय नहीं बिताते जिस कारण वह डिप्रेशन और चिंता का शिकार होते हैं। उन्हों ने माँ बाप को अपने अंदर झांकने की सलाह देते कहा कि आजकल माता पिता अपने बच्चों को गेजेट्स और फेंसी वाहनों समेत सभी ऐशो-आराम की सहूलतें तो के देते हैं, परन्तु वह उन के साथ बढिय़ा समय नहीं बिताते जो कि गलत रवैया है।
माँ बाप को अपने बच्चों के साथ इकठ्ठा बैठ कर खाना खाने की अपील करते उन्होंने कहा कि मानव सामाजिक प्राणी है, जिसको पैसे और ऐशो-आराम की सहूलतें से ज़्यादा परिवार के साथ समय बिताने की ज़रूरत है। सेहत मंत्री ने लोगों को नशे के आदियों एवं नशा पीडित मरीजों प्रति हमदर्दी रखने की अपील की।
उन्होंने कहा कि यदि हम अपने आस- पड़ोस में नशे का सेवन करने वाले किसी व्यक्ति को जानते हैं, तो हमें उनको पूछना चाहिए कि वह ऐसा क्यों कर रहे हैं और उनको मेडीटेशन, कसरत या योग करने के लिए प्रेरित करके उनकी मदद करनी चाहिए।डा. (कर्नल) रजिन्दर सिंह, जो कि प्रसिद्ध समाज सेवी और मनोविज्ञानिक भी हैं, ने नशे से दूर रहने और नशा मुक्त जीवन अपनाने की महत्व पर ज़ोर दिया।
डा. दविन्दर सिंह ने नशे विरुद्ध जागरूकता पैदा करने के लिए सक्रिय श्मूलियत के लिए सभी भागीदारों और उपस्थित व्यक्तियों का धन्यवाद किया। इस मौके अकाल कालेज आफ नर्सिंग के विद्यार्थियों ने एक माईम एक्ट पेश किया जिसमें नशे के बुरे प्रभावों को स्पष्ट रूप में दिखाया गया।