भारत के जी-20 की अध्यक्षता के हिस्से के रूप में, यूथ-20 समूह की पहली प्रारंभिक बैठक 6 से 8 फरवरी के दौरान गुवाहाटी में बेहतर कल के लिए देश के युवाओं से विचार-विमर्श करने और पांच पहचाने गए वाई-20 के विषयों पर कार्रवाई के लिए एक एजेंडा तैयार करने के लिए आयोजित की गई थी।आयोजन से पहले, असम के लगभग 36 कॉलेजों में 10,000 युवाओं ने वाई-20 पर सेमिनार, वाद-विवाद, कार्यशालाओं और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में भाग लिया। लगभग 4000 स्कूलों के 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भी भाग लिया।
प्रारंभिक बैठक के दौरान, 21 विदेशी प्रतिनिधियों और 200 भारतीय प्रतिनिधियों ने मुख्य कार्यक्रमों में भाग लिया। 6 फरवरी को एक पहला सत्र आयोजित किया गया जिसके बाद एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया था। सांस्कृतिक संध्या के दौरान सिंगर पापोन ने ब्रह्मपुत्र सैंडबार द्वीप पर प्रस्तुति दी।
7 फरवरी, 2023 को केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री, श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी गुवाहाटी में सभी प्रतिनिधियों के साथ एक संवाद में भाग लिया। उन्होंने कहा कि वाई-20 समूह युवा केंद्रित प्रयासों की मिसाल बनेगा और वाई-20 शिखर सम्मेलन युवाओं द्वारा सोचे गए नीतिगत उपायों को प्रदर्शित करेगा।
महिलाओं की आवाज को कैसे बेहतर तरीके से सुना जा सकता है, इस सवाल के जवाब में मंत्री महोदय ने कहा कि सरकार महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास में विश्वास करती है। भारत की राष्ट्रपति एक आदिवासी महिला हैं जो केवल अपनी योग्यता के कारण एक विनम्र पृष्ठभूमि से उठ कर आगे आई हैं। भारत के लिए हालिया बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया गया था; कामरूप की उपायुक्त एक महिला हैं, भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की सचिव एक महिला हैं।
भारत में महिलाएं नीति बनाने और कार्यान्वित करने में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।यह पूछे जाने पर कि भारत निवारक और उपचारात्मक उद्देश्यों के लिए आयुर्वेद के उपयोग को कैसे प्रोत्साहन दे सकता है, मंत्री महोदय ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान, योग और आयुर्वेद का व्यापक रूप से उपचार और बीमारी से उबरने दोनों के लिए उपयोग किया गया था।
हमारा उन विषयों पर काम करना जारी है। यह पूछे जाने पर कि स्टार्ट-अप को कैसे प्रोत्साहित किया जा सकता है, मंत्री महोदय ने उत्तर दिया कि पिछले कुछ वर्षों में, सरकार के प्रयासों के कारण भारत दुनिया में स्टार्ट-अप के लिए सबसे बड़े ईकोसिस्टम में से एक बन गया है। 2016 में कुछ सैकड़ों से, 2022 तक, 84,000 से अधिक स्टार्ट-अप स्थापित किए गए हैं।आरंभिक बैठक के दूसरे दिन के दौरान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी गुवाहाटी में पांच विषयों पर पांच पैनल चर्चाएँ आयोजित की गईं।
'शांति निर्माण और मेल-जोल: युद्ध रहित युग की शुरुआत' विषय पर, जनरल वी. के. सिंह (केंद्रीय राज्य मंत्री, पूर्व सेना प्रमुख) ने कहा, "एक समावेशी समाज का निर्माण करना महत्वपूर्ण है जहां हर किसी के पास आगे बढ़ने का अवसर और यह सही मायने में हमने भारत में कर दिखाया है। भारत में, हम उग्रवादियों से बात करते हैं। हम केवल एक अंतिम उपाय के रूप में बल का उपयोग करते हैं। इस तरह हम बार-बार होने वाले विभिन्न संघर्षों को समाप्त करने में सक्षम होते हैं।"
तेजस्वी सूर्या (बेंगलुरु से संसद सदस्य) ने कहा कि यदि जनसांख्यिकी का एक वर्ग है जो युद्ध के माध्यम से असमान रूप से प्रभावित होता है, तो वह युवा है। युद्ध और शांति से संबंधित सभी चर्चाओं में युवाओं का बातचीत के लिए टेबल पर होना बहुत महत्वपूर्ण है।लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ (पूर्व सेना कमांडर और रणनीति विशेषज्ञ) ने कहा कि शांति सुनिश्चित करना सेनाओं का काम था न कि युद्ध छेड़ना और संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में भारत की लगातार सर्वोच्च उपस्थिति रही है।
बिपुल कलिता उर्फ प्रदीप भराली, शिवसागर, असम के निवासी (यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-उल्फा के पूर्व सदस्य) ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2000 में सरकार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्होंने कहा कि वह उल्फा में शामिल हो गए थे क्योंकि असम को भारत का हिस्सा नहीं होना चाहिए। परन्तु उन्होंने देखा कि वे गलत थे; असम में 98 प्रतिशत लोग स्वतंत्र असम के विचार का समर्थन नहीं करते थे, इसलिए उन्होंने हथियार डाल दिए। अब वह दूसरों की मदद के लिए एक स्वयंसेवी संस्था चलाते हैं।
बिनुअल वार्री, (नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड-एनडीएफबी के पूर्व सदस्य) ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2005 में हथियार डाल दिए थे। उन्होंने कहा कि वे मुख्यधारा का हिस्सा नहीं थे, लेकिन हमें एहसास हुआ कि वे गलत थे और मुख्यधारा में शामिल होना चाहते थे और यह इसलिए उन्होंने हथियार डाल दिए।
ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह (पुलिस महानिदेशक, असम) ने संघर्ष समाधान व्यवस्था के रूप में लोगों की आकांक्षाओं को समझने और उनका समाधान करने की आवश्यकता पर बल दिया। असम के अपर पुलिस महानिदेशक, श्री हिरेन चंद्र नाथ ने उग्रवादियों तक पहुंचने, उनसे बात करने और उन्हें हथियार डालने के लिए राजी करने के लिए असम सरकार के प्रयासों के बारे में बात की।
कार्य का भविष्य विषय पर; उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल, जीई एविएशन की चीफ कंसल्टिंग इंजीनियर डॉ. उमा महेश्वर ने इस बारे में बात की कि उद्योग 4.0 कैसे काम में क्रांति ला रहा है और हालांकि नई तकनीकें विघटनकारी हैं, बदलाव बेहतरी के लिए है।
मारुत ड्रोनटेक के संस्थापक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी गुवाहाटी के पूर्व छात्र प्रेम कुमार ने कहा कि ड्रोन जैसी नई तकनीकों में भारत और पूरी दुनिया में समस्याओं को हल करने की क्षमता है और भारतीय व्यवसाय के पास इस संबंध में दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है। उद्योगपति डॉ. जी. डी. धानुका ने शिक्षा और उद्योग के बीच सहयोग के महत्व के बारे में बात की।
'स्वास्थ्य, भलाई और खेल; एजेंडा फॉर यूथ', श्रीमती सरिता देवी ने अपनी यात्रा को साझा किया कि कैसे खेल उनके जीवन में एक प्रेरक कारक था, इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि कैसे वह उग्रवाद में लगभग शामिल होने ही वाली थीं, वहाँ से लेकर 7 विश्व पदक जीतने और 2001-2020 तक विश्व चैंपियन मुक्केबाज़ के रूप में अपने देश की सेवा करने के बारे में उन्होंने बातचीत की।
डॉ. आशिमा हाओबिजम ने बताया कि कैसे अवसाद किशोरों में बीमारी और अक्षमता के प्रमुख कारणों में से एक है, और आत्महत्या लोगों में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। इसलिए, मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को गंभीरता से लेना जरूरी है। सुश्री श्रेयसी सिंह ने मानसिक स्वास्थ्य और भलाई को बढ़ाने में खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने निर्दिष्ट किया कि जैविक रूप से, व्यायाम से एंडोर्फिन हमें स्वस्थ मानसिकता रखने में मदद करते हैं, जो एक स्वस्थ इंसान की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि जहां अधिक भारतीय एथलीटों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाने के लिए खेलों में नीतिगत बदलाव किए गए हैं, वहीं खेलों में महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करने का समय आ गया है।
8 फरवरी, 2023 को समापन समारोह आयोजित किया गया। असम सरकार के माननीय शिक्षा मंत्री ने माननीय केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री को 5 विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए। माननीय केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री द्वारा श्वेत पत्र जारी करके समापन समारोह को संपन्न किया गया।