मध्य प्रदेश में बीते दो दिनों से हो रही बारिश ने विदिशा के कई इलाकों में मुसीबत बढ़ा दी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद लेनी पड़ रही है। राहत और बचाव दल ने विभिन्न स्थानों से लगभग दो सौ लोगों को सुरक्षित निकाला है।
बारिश के चलते बेतवा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, मगर अभी भी खतरे के निशान से नीचे है। नदी के करीब बसे गांवों में पानी भरने लगा है तो वहीं सड़क आवागमन प्रभावित हो रहा है। हालात बिगड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार सुबह जिला कलेक्टर विदिशा से चर्चा कर विदिशा नदियों के बढ़ रहे जलस्तर पर अपनी चिंता व्यक्त की और लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए।
बाढ़ के चलते बिगड़ते हालातों के मददेनजर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को राहत और बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है। वहीं होमगार्ड व जिला प्रशासन का अमला मदद के अभियान में लगा हुआ है।
बताया गया है कि अब तक विदिशा जिले में लगभग 200 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है और मिल रही सूचनाओं के आधार पर रेस्क्यू का काम जारी है। मंगलवार सुबह से विदिशा की गुलाबगंज तहसील के ग्राम र्बी से बेतवा नदी से छह लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
इसी तरह तहसील लटेरी के बैरागढ़ से 12 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इसके अलावा विदिशा शहर के नौलक्खी से बेतवा के जलस्तर बढ़ने से 107 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। रंगाई विदिशा से 27 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
ग्राम पमारिया में संजय सागर डैम के कैचमेंट एरिया में पानी आ जाने से 32 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। बासौदा में पाराशरी नदी से 17 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। बाढ़ के कारण बेस नदी का जलस्तर बढ़ने से करारिया में फंसी एक महिला जिसकी प्रसूति होनी है उसे रेस्क्यू कर जिला अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।