गेहूं की खरीद मे धांधली व अधिकारीयों की तानाशाही के चलते डीएफएससी के सामने आढती भडके। सरकारी गेहूं खरीद एजेंसियों के अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमर्जी के चलते आढ़तियों में अधिकारियों के प्रति गहरा रोष पनप रहा है। उन्होंने इसकी शिकायत जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मोनिका मलिक से की। जिला अधिकारी शिकायत मिलने पर तुरंत नई अनाज मंडी पहुंचीं और व्यापारियों की समस्या सुनीं।
व्यापारियों का आरोप-
व्यापारियों का आरोप है कि सरकारी एजेंसी के कर्मचारी नमी के नाम पर व्यापारियों से गेहूं के कट्टे वसूल रहे हैं।मंडी आढ़ती सोहनलाल गुप्ता, सुरेंद्र सिंगला व अन्य आढ़तियों ने बताया कि मौसम की मार से किसानों की गेहूं की फसल में काफी नमी पाई जा रही है। सरकारी एजेंसी गेहूं की फसल में नमी का फायदा उठाकर आढ़तियों से नमी की आड़ में गेहूं के कट्टे ले रहे हैं। उन्होंने इस मामले की शिकायत जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मोनिका मलिक से की और उन्होंने इस गोरखधंधे की किसी निष्पक्ष एजेंसी जांच कराने की मांग की।
500 की बजाए रिकार्ड मे 496 कट्टे-
सिंगला के अनुसार उसने 500 कट्टे गेहूं का ट्रक अराईपुरा रोड पर स्थित विभाग के गोदाम मे भेजा। मगर नमी ज्यादा बताने ट्रक खली नही करने दिया। चार कट्टे कम दिखाने पर ट्रक खली किया गया। 500 की बजाए रिकार्ड मे 496 कट्टे दिखाए गए। शिकायत मिलने के बाद मंगलवार दोपहर बाद जिला अधिकारी पूरे मामले की जांच करने के लिए नई अनाज मंडी में पहुंचीं और व्यापारियों की समस्या सुनीं। व्यापारियों ने खुलकर सरकारी एजेंसियों के अधिकारियों व कर्मचारियों पर मनमर्जी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी एजेंसी व्यापारियों व किसानों को खुलकर लूट रही है।
डीएफएससी ने कहा-
डीएफएससी मोनिका मलिक ने बताया कि मंडी में गेहूं की नमी को लेकर सरकारी एजेंसियों की शिकायत मिली थी। जिसको लेकर मंडी का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यापारी या किसान को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी व्यापारियों से नमी के नाम पर गेहूं के कट्टों की वसूली करता मिला तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।