IPL में आपनी तेज तर्रार गेंदबाजी से सबका दिल जीतने वाले उमरान मलिक ने एक बड़ा बयान दिया है। जिसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। उमरान ने साफ शब्दों में कहा है कि 'मैं वकार यूनुस को फॉलो नहीं करता। मेरे आदर्श बुमराह, शमी और भुवनेश्वर भाई हैं। मैं किसी भी पाकिस्तानी बॉलर को नहीं देखता। मैंने जो भी सीखा है भारत के महान गेंदबाजों से सीखा है। उमरान के इस बयान की चर्चा आज पूरे देश में हो रही है और उनके इस बयान को खूब सरहाया जा रहा है।
IPL 2022 में उमरान मलिक सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेले थे। उमरान ने इस सीजन की दूसरी सबसे तेज रफ्तार की गेंद फेंकी है। इस गेंद की रफ्तार 157 किमी/घंटा थी। हालांकि फाइनल तक उमरान ही सीजन के सबसे तेज गेंद फेंकने वाले बॉलर थे लेकिन उनका ये रिकॉर्ड फाइनल मैच में टूट गया। आपको बता दें कि तेज गेंदबाज उमरान मलिक को भारतीय टीम का अगला सितारा माना जा रहा है। इस IPL सीजन में उन्होंने लगातार 150 किमी/घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की है। पूरी दुनिया के महान गेंदबाज उनके दिवाने हो गए हैं। उमरान इस सीजन सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-5 गेंदबाजों में भी शामिल रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने उनकी तुलना पाकिस्तान के महान तेज गेंजबाज वकार यूनुस से की थी। अब उमरान मलिक ने इस तुलना पर अपनी बात रखी है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान उमरान ने कहा, 'मैं वकार यूनुस को फॉलो नहीं करता। मेरे आदर्श बुमराह, शमी और भुवनेश्वर भाई हैं। मैं यहां तक आने के लिए इन्हीं लोगों को फॉलो करता रहा हूं। टीम इंडिया में सिलेक्ट होने पर उमरान ने कहा- मैं अपने देश के लिए अपना सबसे बेहतर प्रदर्शन करना चाहूंगा। मुझे इन पांच मैचों के लिए मौका मिला है। मेरा लक्ष्य यह है कि मैं यहां अच्छा प्रदर्शन करूं और अकेले दम पर ये मैच भारत के लिए जीतूं।
IPL में शानदार प्रदर्शन-
उमरान मलिक ने IPL के इस सीजन में 20.18 की शानदार गेंदबाजी औसत से 22 विकेट लिए थे। सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में वह चौथे स्थान पर रहे थे। उन्होंने अपनी गति से सबको हैरान कर दिया था। सनराइजर्स हैदराबाद के हर मैच में वह 'फॉस्टेस्ट डिलिवरी ऑफ दी मैच' फेंकने वाले गेंदबाज रहे थे। उन्होंने ये मौका किसी दूसरे प्लेयर को नहीं दिया।
एक नेट बॉलर थे भारतीय टीम तक का सफर-
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उमरान प्रोफेश्नल क्रिकेटर नहीं थे। वो ज्यादातर टेनिस बॉल क्रिकेट खेलते थे। जब उमरान 18 साल के थे तब वो जम्मू-कश्मीर की अंडर-19 टीम के सदस्य थे। इससे ठीक एक साल पहले उन्होंने लेदर बॉल से क्रिकेट खेलनी शुरू की थी। जम्मू-कश्मीर के लिए कूच विहार ट्रॉफी में खेलने का उन्हें मौका नहीं मिला था। ऐसे में नेट्स पर उनकी गेंदबाजी देखतर भारत के अंडर-19 टीम के सेलेक्टर्स भौचक्के रह गए थे। बॉलिंग स्पीड बहुत ज्यादा होने के कारण उनको टीम इंडिया का नेट बॉलर बना दिया था।
वो टीम के साथ हर जगह जाते थे और नेट्स में बॉलिंग करते थे। उमरान का काम केवल बल्लेबाजों को तेज गति की गेंद फेंकना होता था। कुछ समय ऐसे ही निकल गया। उमरान ने नेट्स में सभी को अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया और जम्मू कश्मीर के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने लग गए। उनकी गेंदबाजी ने SRH हैदराबाद के कोच को प्रभावित किया और SRH ने उन्हें 4 करोड़ में रिटेन कर लिया। इसके बाद आज बाकि इतिहास है। उमरान की चमक पूरी दुनिया देख रही है।