Monday, 27 May 2024

 

 

खास खबरें भारत आगे बढ़ रहा है और पंजाब पीछे जा रहा है: सुभाष शर्मा केंद्र के सहयोग से घग्गर की समस्या का जल्द होगा स्थाई समाधानः परनीत कौर हम आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए लड़ रहे हैं : भगवंत मान जब तक केजरीवाल ज़िंदा है किसी में हिम्मत नहीं की आपका आरक्षण ख़त्म कर सके : अरविंद केजरीवाल क्यों आज मुद्दों पर बात नहीं कर रही बीजेपी : सुप्रिया श्रीनाटे कांग्रेस सरकार आने पर पुरानी पेंशन होगी बहाल : गुरजीत सिंह औजला मोदी भ्रष्टाचार के केंद्र बिंदु, संविधान खत्म करने का ना देखें सपना : राहुल गांधी पीएम मोदी ने 22 लोगों के 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया : राहुल गांधी वोट के अधिकार को ख़रीदना चाहती है भाजपा : ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भाजपा वाले नकली गोरक्षक, हम कर रहे गोसंरक्षण : ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू बॉलीवुड एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने सोहाना हॉस्पिटल का दौरा कर कैंसर मरीजों से मुलाकात की कांग्रेस संयुक्त सचिव रविंदर सिंह त्यागी हुए भाजपा में शामिल अब संजय टंडन का समर्थन करने दिव्यांग भी आये आगे तिवारी का चुनाव प्रचार भ्रामक और अराजकता का प्रतीक : रविंद्र पठानिया मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खडूर साहिब से आप उम्मीदवार लालजीत भुल्लर के लिए किया प्रचार गोल्डन टेंपल को बनाया जायेगा ग्लोबल सेंटर : राहुल गांधी पंजाब में क्राइम आउट ऑफ कंट्रोल, चिंता का विषय: विजय इंदर सिंगला विजय इंदर सिंगला ने जारी किया घोषणापत्र, क्षेत्र के लिए किये कई वादे अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने लुधियाना में चुनाव अभियान तेज किया, मुख्य मुद्दों की अनदेखी करने पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की आलोचना की भाजपा द्वारा बिट्टू को खारिज करने पर, वड़िंग को अपने ‘मित्र’ बिट्टू के लिए बुरा लगा सीएम भगवंत मान ने राजासांसी, अजनाला और मजीठा में कुलदीप धालीवाल के लिए किया प्रचार, अमृतसर के लोगों ने भारी वोटों से आप को जीत दिलाने का किया वादा

 

सिर्फ कपड़े के एक टुकड़े के लिए शिक्षा से वंचित करना सही नहीं : कर्नाटक की लड़की

Trending Topics, Hijab Row, Hijab Crisis, Karnataka High Court
Listen to this article

Web Admin

Web Admin

5 Dariya News

बेंगलुरु , 20 Apr 2022

कर्नाटक में उडुपी गर्ल्स प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के सेकेंड पीयूसी (कक्षा 12) के छात्र अल्मास ए.एच. ने कहा है कि कपड़े के एक टुकड़े के लिए शिक्षा देने से मना करना सही कदम नहीं है। मंगलवार को लिखी गई उनकी पोस्ट ने राज्य में फिर से हिजाब को लेकर बहस छेड़ दी है। अल्मास ने लिखा कि शिक्षा मंत्री होने के नाते, क्या केवल कपड़े के टुकड़े के लिए शिक्षा से इनकार करना आपके लिए सही है? मैं लंबे समय से अपनी परीक्षा की तैयारी कर रही थी और अब यह सब व्यर्थ हो जाएगा। अलमास ने रेखांकित किया कि हमारे साथ यह अन्याय न करें सर। हमें परीक्षा देने की अनुमति दें। हालांकि, कर्नाटक सरकार छात्रों को हिजाब पहनने की अनुमति दिए बिना दूसरी पीयूसी परीक्षा (कक्षा 12) आयोजित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। 

कर्नाटक उच्च न्यायालय की विशेष पीठ ने कक्षाओं में हिजाब की अनुमति देने के लिए अल्मास सहित छात्रों द्वारा प्रस्तुत याचिकाओं को खारिज कर दिया है। अल्मास ने इससे पहले हिजाब प्रदर्शनकारियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं देने के अपने फैसले पर राज्य सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने मंत्री नागेश से सवाल करते हुए पूछा था कि मुझे बताओ नागेश सर, किसने हमें हमारी परीक्षा छोड़ने पर मजबूर किया है? मैंने अपनी व्यावहारिक परीक्षाएं छोड़ दी हैं, आपका निर्णय न केवल मेरे सपनों को चकनाचूर करने वाला है बल्कि मैं सिस्टम में उम्मीद खोने लगी हूं। ये कहां न्याय है सर? आप हमें क्यों बर्बाद करना चाहते हैं? कोर्ट ने कहा था कि हिजाब पहनना इस्लाम का अनिवार्य हिस्सा नहीं है। 

जिसके बाद उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ मुस्लिम संगठनों ने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का बंद का आह्वान किया है। हिंदुत्ववादी संगठनों ने बाद में मुस्लिम विक्रेताओं को मंदिरों और धार्मिक मेलों से प्रतिबंधित करने का आह्वान किया। पूरे मामले ने सांप्रदायिक रंग ले लिया है, जिससे राज्य में अशांति की स्थिति पैदा हो गई है। अल्मास ने कर्नाटक उच्च न्यायालय की विशेष पीठ द्वारा हिजाब पर फैसले के बाद टिप्पणी करते हुए कहा था कि हिजाब का फैसला सुनकर मुझे बहुत निराशा हुई, ऐसा लगा जैसे मेरी गरिमा, मेरी पहचान छीन ली जा रही है। मुझे कम से कम न्यायपालिका से ऐसे फैसले की उम्मीद नहीं थी। लेकिन, एक बात मुझे पता है कि आने वाली सभी बाधाओं के बावजूद, मैं अपने हिजाब के लिए लड़ना जारी रखूंगी।

शिक्षा मंत्री नागेश ने कहा है कि न केवल हिजाब पहनने वाली छात्राओं, बल्कि हिजाब में निरीक्षक सहित कर्मचारियों को भी परीक्षा केंद्रों के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। अल्मास सहित, उडुपी प्री-यूनिवर्सिटी गर्ल्स कॉलेज में आंदोलन शुरू करने वाले अन्य छात्र हिजाब पर जोर देते हुए अपनी व्यावहारिक परीक्षा देने से चूक गए हैं। मांड्या पीईएस कॉलेज की छात्रा मुस्कान खान भी हिजाब के फैसले के कारण अपनी परीक्षा नहीं दे पाईं है। हालांकि, अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकांश छात्र हिजाब के बिना हाल ही में संपन्न एसएसएलसी (कक्षा 10) और द्वितीय पीयूसी की व्यावहारिक परीक्षा में शामिल हुए हैं। कर्नाटक सरकार राज्य में 22 अप्रैल से 18 मई तक सेकेंड पीयूसी परीक्षा आयोजित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। परीक्षा के लिए कुल 6,84,255 छात्रों ने नामांकन किया है।

 

Tags: Trending Topics , Hijab Row , Hijab Crisis , Karnataka High Court

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD