ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्त्रोतों के संरक्षण और कोरोना संकट की वजह से बेरोजगारी कारण पैदा हुई परेशानी को कम करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह की अगवाई में पंजाब सरकार की तरफ से 3.40 करोड़ रुपए की लागत से फिरोजपुर में 413 ग्रामीण छप्पड़ों की सफाई का कार्य मुकम्मल करवाया गया है।विस्तृत जानकारी देते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) श्री रविंदरपाल सिंह संधू ने बताया कि सरकार के निर्देशों पर मई महीने में इन सभी छप्पड़ों की साफ-सफाई की मुहिम शुरू की गई थी, जोकि तीन महीने के अंदर पूरी कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के जरिए ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार लोगों को काफी राहत मिली क्योंकि मुहिम के तहत लोगों को 79324 दिहाड़ियां मगनरेगा के तहत मुहैया करवाई गई, जोकि संकट की इस घड़ी में एक राहत भरा कदम था।एडीसी ने आगे बताया कि मानसून सीजन से पहले-पहले सभी छप्पड़ों की डी-वाटरिंग और डी-सिलटिंग का काम पूरा करवाया गया है ताकि बरसाती पानी को संभालने व भू-जल स्तर पर रिचार्ज करने के कार्य में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि भू-जल स्तर को रिचार्ज करने के अलावा इन छप्पड़ों का इस्तेमाल मछलीपालन और खेतबाड़ी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भी किया जा सकता है, साथ ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से जारी निर्देशों का पालन करते हुए भी इन्हें साफ करवाया जाना लाजमी था।अधिक जानकारी देते हुए, डीडीपीओ फिरोजपुर श्री हरजिंदर सिंह ने बताया कि ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग की तरफ से जारी निर्देशों के बाद गुरुहरसहाय ब्लॉक के 75, ममदोट के 74, फिरोजपुर के 73, घल्लखुर्द के 65, जीरा के 46 और मक्खू ब्लॉक के 80 छप्पड़ों की साफ-सफाई का कार्य शुरू किया गया था। इन सभी छप्पड़ों की सफाई पर 3.20 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, जिसमें से 58.20 लाख रुपए गुरुहरसहाय, 39.07 लाख रुपए ममदोट, 54.40 लाख रुपए फिरोजपुर, 90.87 लाख रुपए घल्लखुर्द, 22.23 लाख रुपए जीरा और 55.50 लाख रुपए मक्खू ब्लॉक में खर्च किए गए हैं। इसी तरह विशेषज्ञों से तकनीकी मदद प्राप्त करने पर 20.33 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।डीडीपीओ ने आगे बताया कि इस प्रोजेक्ट के जरिए जरूरतमंद लोगों को 79,324 दिहाड़ियां मुहैया करवाई गी, जिसमें 21,220 दिहाड़ियां गुरुहरसहाय ब्लॉक, 3500 ममदोट, 5651 फिरोजपुर, 29723 घल्लखुर्द, 6250 जीरा और 12890 दिहाड़ियां मक्खू ब्लॉक में मुहैया करवाई गई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार संकट की इस घड़ी में लोगों की मदद के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है, साथ ही ग्रामीण इलाकों में विकास कार्यों को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है।