कृषि उत्पादन विभाग के प्रधान सचिव नवीन कुमार चौधरी ने कृषि भवन, तालाब तिल्लो जम्मू में बासमती गुणवत्ता उत्पादकों को सम्मानित करने हेतु एक बैठक का आयोजन किया जिसमें उन्होंने सभी बासमती गुणवत्ता उत्पादकों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त किसानों में कीटनाषक अवषिश्ट सुरक्षा हेतु उत्पाद को भी सराहा।इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों के बासमती चावलों के उत्पादकों द्वारा 184 नमूनों को पुश्टि करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव ई-मेडिसिन (सीएसआईआर) कैनाल रोड जम्मू में गुणवत्ता नियत्रंण और गुणवत्ता आष्वासन प्रभाव द्वारा प्रतिश्ठित बासमती चावल की षुद्धता की पुश्टि की गई एवं कीटनाशक अवशेषों के लिए सुरक्षित प्रमाणित भी किया गया ।इस अवसर पर आईआईआईएम द्वारा जारी की गई रिपोर्ट को जारी करते हुए नवीन चौधरी ने कहा कि यह रिपोर्ट कृषि और प्रसंस्कृत उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण और अन्य संबंधित मंचों के साथ साझा की जाएगी । उन्होंने कहा कि जम्मू बासमती को बढ़ावा देने एवं लोकप्रिय बनाने के लिए सभी बाधाओं को दूर किया जायेगा।निदेशक कृषि जम्मू, इंद्रजीत ने इस अवसर पर जम्मू के तीनों जिलों जिनमें जम्मू, सांबा और कठुआ षामिल है, के 85,000 से 90,000 किसान परिवारों की बासमती का उत्पादन करने में योगदान बताया जिनमें से 90 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान हैं अतिरिक्त कम निवेश और निवेष में जोखिम उठाने वाले है चूंकि उत्पादन उनकी क्षमता से बाहर है। इस अवसर पर प्रधान सचिव से प्रमुख किसानों ने भेंट की जिनमें राजिंदर शर्मा माजुआ बिश्नाह, एस तजिंदर सिंह जम्मू, केसर परवीन जम्मू, केवल कृष्ण कठुआ, सुशांत शर्मा कठुआ और अन्य किसान षामिल थे।प्रधान सचिव ने सभी किसानों को उनके मुद्दों को सुलझाने का आष्वासन दिया।इस अवसर पर संयुक्त निदेशक कृषि (इनपुट्स) अनिल नरगोत्रा, संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) बी के चंदन, संयुक्त निदेशक एसएलयूबी डेजी भान, उप निदेशक (केंद्रीय), इंद्रजीत सिंह, कृषि अर्थशास्त्री, के के शर्मा, प्रमुख सचिव एपीडी के तकनीकी अधिकारी, विजय उपाध्याय, एग्रोनोमिस्ट (सब्जियां), ए एस रीन, सीएओ जम्मू, एफ ए भट्ट सीएओ सांबा, संजय वर्मा भी उपस्थित थे।