रयात बाहरा यूनिवर्सिटी स्कूल आफ होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टैकनॉलॉजी की तरफ से माडर्न ट्रैंडज़ इन्न होसपटैलिटी इंडस्ट्री विषय पर होसपटैलिटी कनकलेव -2020 का आयोजन किया गया।शैफ्फ गुँजन गोयला, मशहूर शैफ्फ और कुलीनरी आर्टस के इंडिया चेअरपरसन इस समागम के गेस्ट आफ आनर थे और शैफ्फ वरिन्दर सिंह राणा, डीन फेकल्टी आफ होसपटैलिटी, जीएनए यूनिवर्सिटी, मुख्य वक्ता थे।शैफ्फ गुँजन गोयला ने भोजन और होसपटैलिटी के उद्योग में चल रहे नवीनतम रूझानों बारे अपने विचार सांझे किए। शाकाहारी भोजन पकाने की एक मास्टर के तौर पर उन्होंने एक घरेलू रसोइया के तौर पर शुरुआत की, बाद में लन्दन में पढाई करने के बाद पेशेवर शैफ्फ के तौर पर जानी गई।भारतीय पकवानों बारे बोलते शैफ्फ गुँजन ने कहा कि पिछले सालों दौरान हम भूले लगते हैं कि आज का भोजन उद्योग के व्यापारीकरन के बाद भारतीय भोजन आयुर्वेद है।उन्होंने कहा कि वह आज के नौजवान शैफ्फ़ों को खाना बनाने के रिवायती ढंगों को अपनाने के लिए उत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं।इस मौके शैफ्फ वरिन्दर सिंह राणा ने एक पाँच सितारा होटल के कोर विभागों में चलते रूझानों बारे जानकारी सांझी की।इस दौरान विद्यार्थियों ने इंटरैकटिव सैशन में सक्रियता के साथ हिस्सा लिया और उद्योग बारे बहुत सी नई बातें जानी।