Thursday, 09 May 2024

 

 

खास खबरें सुखपाल सिंह खैहरा और डॉ. धर्मवीर गांधी ने पटियाला और संगरूर के लिए नामांकन दाखिल किया एलपीयू द्वारा मेगा रीयूनियन की मेजबानी जिसमे हजारों पूर्व विद्यार्थियों ने कैंपस की यादें ताजा कीं साइक्लिंग अभियान के माध्यम से वोट का महत्व बताएंगे स्टेट इलेक्शन आइकॉन जसप्रीत पॉल दो अविश्वास प्रस्तावों के मध्य 6 महीने का अंतराल होने बारे संविधान या विधानसभा नियमावली में उल्लेख नहीं - एडवोकेट राहुल गांधी संविधान की कॉपी लेकर चलते है लेकिन उसे पढ़ते-लिखते नहीं हैं : जगत प्रकाश नड्डा मैं वोट काटने नहीं बल्कि दो लुटेरों की रांद काटने आया हूं-अभय चौटाला चुनावों से समय निकाल पहलवानों से मिलने पहुंचे गुरजीत सिंह औजला पंजाब का बुनियादी ढांचा विकास अकाली दल की देन:एन.के.शर्मा दोआबा में आम आदमी पार्टी को मिली बड़ी मजबूती, जाने-माने दलित नेता और होशियारपुर से बसपा उम्मीदवार राकेश सोमन आम आदमी पार्टी में शामिल करण कुंद्रा के पास है कार के अद्भुत कलेक्शन है आये जानते है कारण के कार कलेक्शन के बारे में: गायक-गीतकार अरमान मलिक ने मंगेतर आशना श्रॉफ के साथ अपनी 'लव स्टोरी' में अमेरिकी गायक लौव की भूमिका का खुलासा किया मतदान के दिन राज्य एवं जिला, मीडिया, प्रमाणीकरण एवं निगरानी कमेटी की अनुमति के बिना प्रिंट मीडिया में नहीं किए जाएंगे राजनैतिक विज्ञापन प्रकाशित- अनुराग अग्रवाल सीजीसी लांडरां के एमई छात्रों ने बनाया इलेक्ट्रिक व्हीलबैरो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को दी गई गरिमापूर्ण विदाई दाखा में चुनाव प्रचार के दौरान राजा वड़िंग लुधियाना में जीत का जताया भरोसा हम “एक देश - श्रेष्ठ देश” की अवधारणा पर कर रहे हैं काम - अनिल विज नामांकन के पहले दिन होशियारपुर में एक आजाद उम्मीदवार द्वारा पर्चा दाखिल किया गया अम्बाला से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया के माता मनसा देवी बोर्ड की सदस्य होने कारण लोकसभा उम्मीदवारी पर उठा सवाल व्यय प्रेक्षक द्वारा निर्वाचन संबंधी विभिन्न इलेक्शन कक्षों का निरीक्षण भाजपा सरकार ने आम आदमी का जीवन मुश्किल बना दिया: अर्जुन सिंह चौटाला अकाली दल को झटका- रसूलपुर कल्लर से दस परिवार कांग्रेस में शामिल

 

भेदभाव की दीवारें गिराकर प्रेम के पुल बाँधने का सदगुरु माता सुदीक्षा जी ने किया आह्वान

अनेकता में एकता का दर्शन प्रस्तुत करती भव्य शोभायात्रा से महाराष्ट्र के 53वें वार्षिक निरंकारी संत समागम का शुभारंभ

Listen to this article

5 Dariya News

5 Dariya News

5 Dariya News

नाशिक , 25 Jan 2020

मानवीय मनों मे खड़ी हुई भेदभाव की दीवारें गिराकर प्रेम का पुल बनाने का आह्वान, दूसरों का मन दुखाने की बजाय हमें दूसरों के आंसू पोछने चाहिए। संसार में मानव को प्रेम की आवश्यकता हैं, घृणा की नहीं। मानवता के नाम संदेश देते हुए सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने महाराष्ट्र के तीन दिवसीय 53वें वार्षिक निरंकारी संत समागम विधिवत उदघाटन किया। इस संत समागम में भाग लेने हेतु महाराष्ट्र के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पधारे हैं। आस-पास के राज्यों एवं देश के अन्य हिस्सों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु पधारे हैं। इसके अलावा विदेशों से भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु इस समागम में पधारकर दूर देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने कहा कि भिन्न-भिन्न संस्कृति, भाषा, वेशभूषा होने के बावजूद प्रत्येक इन्सान के अंदर एक परमात्मा का अंश समान रुप से निवास करता है। ईश्वर की अंश इस आत्मा को जानने के लिए इसके मूल परमात्मा को जानने की आवश्यकता है । परमात्मा को जानने के बाद ही भक्ति आरंभ होती है और उसके बाद किया हुआ हर कर्म भक्ति बन जाता है।  सत्य ज्ञान पर आधारित जीवन सुंदर बन जाता है । हम यथार्थ में मानव बन जाते हैं। केवल तन से ही नही बल्कि कर्म से मानव बनने की जरुरत है। इसलिए यह ज्ञान का प्रकाश हर मानव तक पहुँचाने की जरुरत है। इससे पहले समागम स्थल पर प्रवेश से पहले लगभग डेढ कि.मी.लम्बी रंगारंग शोभा यात्रा द्वारा सद्गुरु माता जी का स्वागत किया गया । यह शोभा यात्रा धर्मपूर पेठ राजमार्ग, म्हसरुल-दिंडोरी रोड पर आयोजित की गई । यह शोभा यात्रा एअरफोर्स रोड होती हुई समागम स्थल पर सम्पन्न हुई । 

सद्गुरु माता जी म्हसरुल-दिंडोरी रोड पर स्थित एक फूलों से सुसज्जित वाहन पर विराजमान थी । उनके सामने से हजारों की संख्या में श्रद्धालु उनका आशीर्वाद लेते हुए गुजर रहे थें । शोभा यात्रा की खासियत यह थी कि यह महाराष्ट्र स्थित मिशन के 15 क्षेत्रों के पारंपारिक वेशभूषा एवं संस्कृति का सकारात्मक मिश्रण प्रस्तुत कर रही था। इन क्षेत्रों की वेशभूषा व रंग इस प्रकार थें - नाशिक-गुलाबी, सोलापूर-सफेद, पूणा-बैंगणी, सातारा-संत्री, डोंबिवली- हलका हरा, कोल्हापूर-गुलाबी, औरंगाबाद, लाल, धुले सुनहरी पीला, मुंबई-आसमानी-नीला, अहमदनगर-गुलाबी, नागपूर-लाल, वारसा-बैंगणी, चिपलून-सुनहरा, रायगड-हरा।  इस शोभा यात्रा में सौ महिलायें साडियों में और सौ पुरुष अपने अपने क्षेत्र के अनुसार भिन्न भिन्न रंगों की पगडियाँ बांधे हुए चल रहे थे। शोभा यात्रा में महाराष्ट्र की भिन्न-भिन्न पारंपरिक कलाओं को प्रस्तुत किया जा रहा था जिसमें , नाशिक ढोल, आदिवासी तारपा, लेझिम, महाराष्ट्र की लोकधारा लेझिम, लेझिम बॅन्ड, बॅन्ड हलगी, दिंडी, मंगला गौर, पवारा आदिवासी, कोली, पेशवाई संस्कृति, ढोल-ताशा, पौड, बंजारा, सिंधी संस्कृति, भांगड़ा, आदिवासी रेला आदि लोकनृत्य एवं मानव मात्र की उन्नति को दर्शाती हुई नाटिकायें भी शामिल थीं। अन्य राज्यों जैसे गुजरात एवं गोवा आदि से भी श्रद्धालु अपने अपने पारंपारिक वेशभूषा में शोभा यात्रा का हिस्सा बने। शोभा यात्रा के अंतिम पड़ाव में सद्गुरु माता जी फूलों से सुसज्जित वाहन में शोभा यात्रा में शामिल हो गए । समागम स्थल के मुख्य द्वार पर पहुँच कर सद्गुरु माता जी ने सत्य, प्रेम एवं एकत्व के प्रतीक स्वरुप रंगबिरंगे गुब्बारे छोड़े। उसके उपरान्त समागम कमेटी के सदस्यों, मिशन के केन्द्रीय पदाधिकारियों, मिशन के अन्य गणमान्य सदस्यों एवं साध संगत द्वारा सद्गुरु माता जी की मुख्य मंच तक अगुवानी की गई।   

 

Tags: Nirankari

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD