राज्यपाल के सलाहकार खुर्शीद अहमद गनई ने प्रख्यात निर्देशक, कथाकार कवि और लेखक गुलज़ार साहब की उपस्थिति में आज तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम “जश्न-ए-गुलज़ार“ का उद्घाटन किया।यह आयोजन, उर्दू विभाग और जम्मू विश्वविद्यालय के डीन स्टूडेंट वेलफेयर द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो जम्मू विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह का एक हिस्सा है।जम्मू विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रो. मनोज के धर, प्रोफेसर और कनाडा के उर्दू लेखक डॉ. ताकी अबेदी, एचओडी उर्दू प्रो शोहब इनायत मलिक, अन्य गणमान्य व्यक्तियों और देश के विभिन्न हिस्सों के साहित्यकारों, कवियों, बुद्धिजीवियों और साहित्य के प्रेमियों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।इस अवसर पर सम्बोधित करतेे हुए, सलाहकार ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से नवोदित लेखकों और कवियों को साहित्य की दुनिया में अपनी प्रतिभा और कौशल को आगे बढ़ाने के लिए एक आदर्श मंच मिलता है। उर्दू बोली को आगे बढ़ाने और प्रचारित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए, सलाहकार ने कहा कि यह भाषा भारत में पैदा हुई थी और यह सभी परिभाषाओं और मानकों द्वारा एक भारतीय भाषा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस भाषा को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।