पंजाब में मजदूरों और गरीब वर्ग का जमकर शोषण किया जा रहा है ।उक्त विचार पत्रकार के साथ सांझा करते हुए आम आदमी पंजाब के महासचिव पूर्व ई टी ओ हर हरभजन सिंह ने कहे ।उन्होंने ने कहा कि जहाँ सत्ताधारी पार्टी द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि गरीबों और मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठा रही है। लेकिन पंजाब में जो मजदूरों के हालात है उससे यह पता चलता है कि सच्चाई इससे कोसों दूर है ।कोई भी कंपनी नई खुलती है तो उसे सरकारी नियमो के अनुसार लेबर एक्ट की पालना करनी होती है ।जिसके के अनुसार जब कोई भी कंपनी नए वर्कर और स्टाफ नियुक्त करती है ।तो उनकी सैलरी श्रम विभाग के नियमों ,व फैक्ट्री एक्ट के तहत फिक्स की जाती है ।इसके अनुसार वर्कर और स्टाफ का ई पी एफ़ फण्ड ,ई एस आई सी (मेडिकल सुविधा ) बोनस ,छुट्टी ,व अन्य भत्ते देय होते है ।जबकि पंजाब में बहुत सारी निज्जी सिक्योरटी एजेंसी ,टोल प्लाजा पर नियुक्त कर्मी की ड्यूटी 8 घन्टे की जगह 12 घन्टे ली जाती है ।जो कि सरकारी नियमों के अनुसार बिल्कुल गलत है लेकिन आज तक पंजाब के श्रम विभाग के किसी भी अधिकारी ने इसकी ओर कदम उठाकर गरीब मजदूरों को राहत नही दी ।इसी तरह पंजाब में बहुत सारी फैक्ट्री ,शो रूम ,शॉपिंग मॉल में बड़े स्तर पर श्रम विभाग के नियमों की अनदेखी की जा रही है ।दूसरी पंजाब के श्रम विभाग द्वारा इनके खिलाफ कदम न उठाने पर सवाल उठता है कि आखिर पंजाब के श्रम मंत्री बलबीर सिंह सिद्ध ने भी इस मामले में दिलचस्पी क्यो नही अब तक दिखाई ।क्या वो गरीब और मजदूर वर्ग के हमदर्द नही हैं?
क्या कहते है मंत्री ?
पत्रकार द्वारा जब इस मामले को लेकर जब पंजाब के श्रम मंत्री बलबीर सिंह सिद्ध से बात की गई तो उन्होंने ने कहा कि पहले सबूत लाओ फिर हम कार्रवाई करेंगे ।जबकि उक्त मामलों में जो सच्चाई है वह किसी से छुपी है ।