आगामी मौनसून सीजन दौरान संभावित बाढ़ नियंत्रण प्रबंधों का जायजा लेने डिप्टी कमिश्नर श्री प्रदीप कुमार अग्रवाल ने आज सीनियर अधिकारियों के साथ बचत भवन में बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। निर्णय लिया गया कि बाढ़ नियंत्रण में परस्पर तालमेल रखने और संपूर्ण गतिविधियों पर नजर रखने एक ’वाट्सऐप ग्रुप’ बनाया जायेगा। श्री अग्रवाल ने कहा कि बाढ़ रोकथाम प्रबंधों और किसी गंभीर स्थिति से निपटने में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की तरफ से दिखाई गई लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।श्री अग्रवाल ने कहा कि मौसम विभाग अनुसार इस बार पंजाब के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है, जिसको मद्देनजर रखते हुए किसी भी तरह के गंभीर हालात का सामना करने जिला प्रसाशन को पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। अधिकारियों को पूछने पर पता लगा कि सभी विभागों ने अपने अपने स्तर पर प्रबंध मुकम्मल करने शुरू रखे हैं। जिस पर डिप्टी कमिशनर ने निर्देश दिए कि अधिकारियों में आपसी तालमेल और बेहतर बनाने और सारे प्रबंधों पर नजर रखने के लिए एक वाट्सऐप ग्रुप बनाया जाये जिससे सभी अधिकारी इसमें अपनी समय- समय पर रिपोर्ट डाल सकें। सभी अधिकारियों को यह भी हिदायत की गई कि वह आपसी संपर्क नंबर सांझे कर लें।उन्होंने ने सभी एस. डी. एमज को निर्देश दिए कि वह एक- एक वाहन में वायरलैस पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाना सुनिश्चित करें जिससे गंभीर हालातों में मौके पर लोगों तक स्पीकर के द्वारा संदेश पहुँचाया जा सके। एन. डी. आर. एफ. और भारतीय सैना के प्रतिनिधियों से कहा कि वे सिविल अधिकारियों को साथ ले कर संवेदनशील क्षेत्रों का पहले ही दौरा कर लेने जिससे जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करने में किसी भी तरह की दुविधा न रहे।
हर तरह की स्थिति पर काबू पाने के लिए कुछ हिदायतें जारी करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी/कर्मचारी अगले आदेशों तक बिना उनकी पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे और इसके साथ साथ अपना मोबाईल फोन भी 24 घंटे खुला रखेंगे। सभी उप मंडल मैजिस्ट्रेट् तहसीलदार/ डी. आर. ओ. इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि तहसील हैड क्वार्टरों में स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष सही काम करते हों। इस के अलावा इस बात को भी यकीनी बनाया जाये कि कंट्रोल रूम के नंबर चालू हो और जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है वह समय पर उपस्थित हो कर पूरी ड्यूटी दे।कार्यकारी इंजीनियर, ड्रेनज, लुधियाना को निर्देश दिए कि वह बाढ़ संभावित प्वाईंट का विशेष तौर पर ख्याल रखेंगे और बाढ़ को देखते हुए आवश्यक कार्रवाई तुरंत करें। इस के अलावा संवेदनशील प्वाईंट्स चैक करके बनती कार्यवाही की जाये। सतलुज दरिया पर 24 घंटे नजर रखी जायेगी और समय- समय पर सूचना देने के निर्देश दिए गए।इस के अलावा उप मंडल मैजिस्ट्रेट/ तहसीलदार/ नायब तहसीलदारों को हिदायत की गई कि वह अपने- अपने हलकों में पड़ते सभी प्वाईंट्स का भी दौरा करेंगे और की गई कार्यवाही संबंधी रिपोर्ट देंगे।उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग इस बात को यकीनी बनाएगा कि नालों की सफाई होनी चाहिए जिससे बाढ़ दौरान फसलों को कोई नुक्सान ना हो। कमिश्नर नगर निगम, कार्य साधक अफसरों और डिप्टी डायरेक्टर स्थानीय निकाय को हिदायत की कि वह अपने- अपने इलाके में, जहाँ भारी बारिश की सूरत में, वे निचले इलाके जहाँ पानी ले जाएगा, उसे ड्रेन आउट करेंगे।उन्होंने सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि आपेक्षित मशीनरी की पहले से ही लिस्ट तैयार कर करके सम्बन्धित विभागों के साथ तालमेल कर लिया जाये। सभी एस. डी. एम/ तहसीलदारांे/ कमिश्नर पुलिस दफ्तर/ एस. एस. पी को निर्देश दिए कि वह अपने- अपने कम्यूनिकेशन सिस्टम को चलता रखना यकीनी बनाएंगे, जिससे जरूरत पड़ने पर लोगों के साथ तालमेल किया जा सके। बैठक में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जगरांओं श्रीमती नीरू कत्याल गुप्ता, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर खन्ना श्री अजय सूद और अन्य विभागों के प्रमुख और सदस्य उपस्थित रहे।