नव चेतना ट्रस्ट की तरफ से प्राईवेट स्कूलों की तरफ से फीसों के रूप में पैरेंटस से की जा रही लूटपाट के संबंध में खरड़ की एस डी एम श्री मति अमनिन्द्र कौर बराड को एक मांग पत्र दिया गया जिसमें मांग की गयी कि आर टी आई एक्ट 2009 की तरफ से जारी किये गये दिशा निर्देशों अनुसार कोई भी प्राईवेट स्कूल इसकी पालना नहीं कर रहा है और अपनी मन मर्जी से पैरेंटस से भिन्न-भिन्न फं डों के रूप में फीसे बसूल की जा रहीं है।इस सदर्भ में एस डी एम को दिये मांग पत्र अनुसार ट्रस्ट के चेयरमैन डा रघवीर सिंह बंगड ने बताया कि स्कूल में कापीयों, किताबों के अलावा स्टेशनरी, बर्दीयां स्कूल के अंदर ही काफी मंहगे रेटों में बेची जाती है। यहीं ही बस नहीं स्कूलों की तरफ से उन पब्लिशरों की किताबे जारी करवाई जाती है जिनसे स्कूल को अधिक कमिशन मिलता हो। जब कि सरकार की तरफ से जारी दिशा निर्देशों अनुसार स्कूल में केवल एन सी ई आर टी या एस सी ई आर टी की तरफ से ही छापी गयी किताबें पढाई जानी चाहिये।
स्कूल में एक बच्चें से हर वर्ष दाखला फीस ली जाती है जो कि सरासर गल्त है क्योंकि जब बच्चे का स्कूल दाखिला करवाया जाता है तो पैरेंटस की तरफ से दाखिला फीस पहले से ही दी जाती है पर उसके उल्ट स्कूल की तरफ से जब बच्चे एक कक्षा पास कर दूसरी कक्षा में बैठता है तब फिर उसको दाखिल फीस लगा दी जाती है।प्राईवेट स्कूल सैक्शन 12 (1) सी आई टी आई एक्ट 2009 अनुसार उन बच्चों के लिये कुछ सीटें आरक्षित होती है जो कि एस ई, एस टी, ओ बी सी या शारीरक रूप से अपंग हो पर प्राईवेट स्कूल की तरफ से इन बच्चों को मानयता न देकर वह कोटा भी रैगूलर रूप में पूरा कर लिया जाता है।इस अवसर पर प्रधान सोहन सिंह छज्जूमाजरा ने कहा कि अगर इन प्राईवेट स्कूलों के विरूद्ध कोई कारवाई नहीं होती तो ट्रस्ट की तरफ से संघर्ष तेज किया जायेगा। इस अवसर पर अन्यों के अलावा कुलबिन्द्र मुंडी खरड, रघवीर मोदी, चंणन सिंह, जगजीत सिंह बाबा, धर्मपाल, किरन कुमार, कैप्टन चन्द्र देव, कमला प्रशाद, अमरनाथ आदि मौजूद थे।