एसवाईएल की खुदाई के लिए जा रहे इनेलो के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला और प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा के अलावा पार्टी के 15 विधायकों और दो सांसदों समेत 75 वरिष्ठ नेताओं को आज पंजाब पुलिस ने शंभू बैरियर के पास गिरफ्तार करके पटियाला जेल भेज दिया। गिरफ्तारी देने वाली इनेलो की महिला कार्यकर्ताओं को मौके पर ही जमानत दे दी गई जबकि पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने चेतावनी देकर पंजाब सीमा से वापिस लौटा दिया। इससे पहले अम्बाला अनाज मंडी में बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आए इनेलो कार्यकर्ताओं व प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इनेलो हर हाल में एसवाईएल का पानी हासिल करने के अलावा अगली लड़ाई राजधानी चंडीगढ़ के लिए भी लड़ेगी क्योंकि शाह आयोग चंडीगढ़ को हिंदी भाषी क्षेत्र पहले ही मान चुका है। उन्होंने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सहित कई अन्य नेताओं पर जानबूझकर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब के जो राजनेता लोगों को उकसाने का काम कर रहे हैं हरियाणा में अब लोग न सिर्फ उनका डटकर विरोध करेंगे बल्कि प्रदेश में आने पर उनकी गाडिय़ों की हवा निकालकर अपने विरोध का भी अहसास करवाएंगे।
गिरफ्तार किए गए इनेलो नेताओं में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला, प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा, पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत, इनेलो विधायक दल के उपनेता जसविंदर सिंह संधू, विधायक जाकिर हुसैन, रणबीर सिंह गंगवा, परमिंद्र ढुल, राजदीप फोगाट, बलवान दौलतपुरिया, पिरथी सिंह नम्बरदार, वेद नारंग, रामचंद कम्बोज, ओमप्रकाश बरवा, अनूप धानक, नसीम अहमद, प्रो. रविंद्र बलियाला, केहर सिंह रावत, पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी, रणबीर मंदौला, रामफल कुंडू व तेजबीर सिंह सहित पार्टी के अन्य सभी प्रमुख नेता व पदाधिकारी भी शामिल हैं। अम्बाला सब्जी मंडी में विशाल जनसभा के बाद अभय चौटाला के नेतृत्व में इनेलो कार्यकर्ता व प्रदेशवासी एसवाईएल की खुदाई के लिए पंजाब सीमा की ओर चल पड़े। इस दौरान हरियाणा पुलिस ने कई जगह बैरिगेटस लगा रखे थे लेकिन उन सबको हटाते हुए इनेलो कार्यकर्ता आगे बढ़ते गए और पंजाब सीमा में प्रवेश कर गए। वहां पंजाब पुलिस ने उन्हें बार-बार धारा 144 लागू होने और आगे न आने की चेतावनी दी लेकिन वे एसवाईएल की खुदाई के लिए जाने की जिद करने लगे। वहां इनेलो कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कार्यकर्ताओं से शांति व संयम बनाए रखने और संविधान का सम्मान करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों में रहकर अपना प्रदर्शन करने और देश व प्रदेश का माहौल बिगाडऩे का प्रयास कर रहे लोगों से सावधान रहने का आह्वान किया।
इनेलो नेता ने कहा कि पिछले डेढ महीने के दौरान उन्होंने प्रदेशभर में जलयुद्ध के अंतर्गत हर हलके से लेकर स्थानीय स्तर पर जो बैठकें की उससे न सिर्फ एसवाईएल का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुखता से उभरकर सामने आया बल्कि पूरे देश को यह भी पता चल गया है कि एसवाईएल के मामले में हरियाणा के साथ ज्यादती हो रही है। वहां बरिकेटस के समक्ष धरने पर बैठे इनेलो कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए इनेलो नेता ने कहा कि उनके जलयुद्ध की पहली सफलता कल उस समय मिल गई जब सर्वोच्च न्यायालय ने पंजाब को अदालती फैसला लागू करने और एसवाईएल का निर्माण करवाए जाने के आदेश दिए हैं और अब इनेलो कार्यकर्ता तो पंजाब सरकार से अदालती फैसले का सम्मान करने और नहर निर्माण के लिए कार सेवा करके पंजाब को सहयोग देने के लिए ही एसवाईएल की खुदाई के लिए जा रहे हैं। एसवाईएल की खुदाई के लिए अभय चौटाला व अन्य नेता ट्रैक्टरों में सवार होकर गए। जिस ट्रैक्टर में नेता प्रतिपक्ष सवार थे उसको प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा चला रहे थे और उनके साथ रामपाल माजरा सहित अन्य नेता भी मौजूद थे। जबकि दूसरे ट्रैक्टर को पूर्व कृषि मंत्री जसविंदर संधू व एक अन्य ट्रैक्टर के पूर्व विधायक निशान सिंह चला रहे थे। इसी तरह पार्टी के अन्य कार्यकर्ता व नेता भी ट्रैक्टरों पर सवार थे और उनके पीछे-पीछे पार्टी के अन्य नेता व कार्यकर्ता भी ट्रैक्टरों व अपनी गाडिय़ों के साथ-साथ पैदल भी कंधों पर कसियां रखकर पंजाब की ओर कूच कर रहे थे। जिन्हें पंजाब सीमा में दाखिल होने पर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
इससे पहले अम्बाला सब्जी मंडी में इनेलो की ओर से एक विशाल जनसभा की गई जिसमें महिलाओं सहित भारी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और कांग्रेस व भाजपा पर एसवाईएल के नाम पर राजनीति करने और दोहरी भाषा बोलने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष ने सिलसिलेवार उन सभी बातों का भी ब्यौरा दिया कि किस तरह से चौधरी देवीलाल ने हिंदी क्षेत्र के साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई और संघर्ष का रास्ता अपना हरियाणा को अलग राज्य बनवाया। उन्होंने बताया कि एसवाईएल का जो भी निर्माण कार्य हुआ वो चौधरी देवीलाल की सरकार में हुआ और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की सरकार की जोरदार पैरवी से एसवाईएल को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में आया जबकि कांग्रेस व भाजपा ने इस मामले में हमेशा अड़चनें पैदा करने का प्रयास किया। इनेलो नेता ने भाजपा सरकार द्वारा किसानों को धान व बाजरे के साथ-साथ फसल बीमा योजना के नाम पर लूटने और प्रदेश के खजाने को फिजूलखर्ची में लुटाने के आरोप लगाते हुए एक साजिश के तहत जाट आंदोलन के दौरान प्रदेश का भाईचारा तोडऩे और लोगों को जातपात के नाम पर बांटने के प्रयासों का आरोप लगाया। उन्होंने दोहराया कि इनेलो ने सदभावना बैठकों के जरिए फिर से आपस में जोडऩे और भाईचारा बनाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व आरएसएस के जो लोग हरियाणा अलग राज्य बनाए जाने का विरोध करते थे वहीं बाद में सर्वेसर्वा बनने का ढोंग करने लगे।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इनेलो अपने हिस्से का सतलुज नदी से मिलने वाले 38 लाख एकड़ फीट पानी का अपना हिस्सा मांग रहा है जो कि बंटवारे के समय आज से 50 साल पहले ही हरियाणा को मिल जाना चाहिए था। इनेलो नेता ने कैप्टन अमरेंदर पर आरोप लगाया कि उन्हीं की वजह से 2002 में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में आने के बावजूद और 2004 में पंजाब की पुनर्विचार याचिका रद्द होने के बाद 12 साल तक प्रदेश को सिर्फ इसलिए पानी नहीं मिल पाया क्योंकि कैप्टन अमरेंदर सिंह ने पंजाब विधानसभा में नदी जलसमझौते रद्द करने वाला एक ऐसा असंवैधानिक बिल पारित कर दिया जो न सिर्फ संविधान का उल्लंघन था बल्कि देश के संघीय ढांचे को भी तोडऩे वाला था।
उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि संविधान व अदालत की दुहाई देने वाले पंजाब के नेता आज खुद संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि हरियाणा ने पंजाब को हमेशा बड़ा भाई माना है और पंजाब को भी बड़े भाई की भूमिका खुले मन से निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब के नेताओं को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हुए एसवाईएल नहर का निर्माण करवाकर अपने छोटे भाई हरियाणा को उसके हिस्से का पानी तुरंत देना चाहिए। इनेलो नेता ने कहा कि पंजाब अगर एसवाईएल का निर्माण करवाने का काम करता है तो वे पंजाब के लोगों और वहां के राजनेताओं का भी खुले मन से स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई हरियाणा के हितों पर डाका डालने अथवा हरियाणा के लोगों को धमकाने का प्रयास करेगा तो उसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। इनेलो नेता ने कहा कि इनेलो हमेशा संविधान व सर्वोच्च न्यायालय का सम्मान करता रहा है और वे लोकतांत्रित तरीके से अपनी हर लड़ाई संविधान के दायरे में रहकर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने संविधान की धज्जियां उड़ाने का काम किया और यहां तक कहा कि वे सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को भी नहीं मानते उनके खिलाफ इनेलो सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना का मामला भी सबूतों सहित अदालत में दायर करेगी ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई हो सके।
इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने हरियाणा के गठन व एसवाईएल के निर्माण में चौधरी देवीलाल की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि कैप्टन अमरेंदर सिंह के ताजा बयानों से हरियाणावासियों को सम्मान को ठेस पहुंची है और उन्हें हरियाणा के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने अन्न पैदा करने व देश की सीमा की रक्षा करने में हरियाणावासियों के योगदान का भी उल्लेख किया। जनसभा को पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा, सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, गोपीचंद गहलोत सहित अनेक प्रमुख नेताओं ने संबोधित किया और मंच का संचालन इनेलो के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. केसी बांगड़ ने किया। इनेलो के अम्बाला जिलाध्यक्ष शीशपाल व मक्खन सिंह लबाणा ने नेता प्रतिपक्ष को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया और जनसभा में आई भारी भीड़ ने एसवाईएल निर्माण में नेता प्रतिपक्ष को दोनों हाथ खड़े कर हर प्रकार का सहयोग देने का भरोसा दिलाया। आज लोगों का जोश और उत्साह देखते ही बनता था और राष्ट्रीय राजमार्ग व पंजाब हरियाणा सीमा पर हजारों की संख्या में दोनों तरफ सुरक्षा बलों के जवान तैनात होने के बावजूद इनेलो कार्यकर्ता सभी सीमाएं लांघते हुए पंजाब सीमा में प्रवेश कर गए थे। गायक कर्मवीर फौजी ने जलयुद्ध पर एक गीत गाकर भीड़ का उत्साह बढ़ाने का काम किया। इनेलो के घोषणा के चलते आज राष्ट्रीय राज मार्ग आम वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद था और इनेलो कार्यकर्ताओं की गाडिय़ों को भी जगह-जगह पर रोका जा रहा था ताकि वे रैलीस्थल पर न पहुंच पाएं। इस सबके बवजूद भारी संख्या में इनेलो कार्यकर्ता न सिर्फ जनसभा में पहुंचे बल्कि अभय चौटाला के नेतृत्व में खुदाई के लिए भी पंजाब सीमा में दाखिल हुए।