पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भारत में सामाजिक एकजुटता एवं सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए राज्यों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री शनिवार को गुरुदासपुर जिले में यहां नवनिर्मित बाबा नामदेव जी कॉलेज के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। बादल ने कहा कि देश भर में सांप्रदायिक सद्भावना और भाईचारा समय की जरूरत है। उन्होंने कहा, "गुरु ग्रंथ साहिब समाजवाद और धर्म निरपेक्षता का प्रकाशस्तंभ है। यह सांप्रदायिक सद्भाव के रास्ते पर लाने में पूरे देश का मार्गदर्शन कर सकता है।"
बादल ने कहा, "पंजाब सरकार द्वारा यहां बाबा नामदेव जी यूनिवर्सिटी कॉलेज की स्थापना करना राज्य का महाराष्ट्र के साथ सांस्कृतिक संबंध को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।" बाबा नामदेव महाराष्ट्र के एक संत कवि थे जिनका जीवनकाल 1270 ई से 1350 तक था। पंजाब में उन्हें परम पूजनीय माना जाता है। बादल ने कहा कि पंजाब सरकार ने महान देशभक्त राजगुरु के महाराष्ट्र के उनके शहर स्थित स्मारक का जीर्णोद्धार भी कराया है। ब्रिटिश शासनकाल के दौरान राजगुरु को भगत सिंह के साथ ही फांसी दी गई थी। उन्होंने कहा कि इन कार्यो का मकसद पंजाब और महाराष्ट्र के लोगों के बीच प्यार और अपनत्व के बंधन को और मजबूत करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा नामदेव एक महान आध्यात्मिक दूत थे जिन्होंने अपने जीवन के 19 साल पंजाब के इस शहर में बिताए और जनता में समानता और ईश्वर के एक होने का संदेश फैलाया।उन्होंने उल्लेख किया कि सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने अपने जीवन के आखिरी दिन महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थिति श्री हुजूर साहिब में बिताए थे। सदियों से दोनों राज्यों के लोग अत्यधिक धार्मिक महत्वपूर्ण इन स्थानों की यात्रा करते रहे हैं। इनकी वजह से उनके बीच एक मजबूत रिश्ता विकसित हुआ है। इस अवसर पर लोगों को रेल मंत्री सुरेश प्रभु और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार एवं अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।सुरेश प्रभु ने कला महाविद्यालय के निर्माण को लेकर पंजाब सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे पंजाब और महाराष्ट्र की जनता के रिश्ते को और मजबूती मिलेगी।