उत्तर प्रदेश में बुधवार को आए तूफान की वजह से अभी तक कम से कम 73 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 91 व्यक्ति घायल हुए हैं। पूरा प्रशासन प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है। तूफान से नुकसान का आकलन अभी हो ही रहा था कि मौसम विभाग ने उप्र के कई जिलों में 5 मई को तूफान आने का अलर्ट जारी किया है। उप्र सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि उप्र में आए आंधी तूफान की वजह से अभी तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 91 लोग घायल हुए हैं। आंधी तूफान में कुल 134 पशु भी मारे गए हैं। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सबसे अधिक आगरा में 43 व्यक्तियों की मौत हुई है, जबकि 51 लोग घायल हुए हैं। बिजनौर में तीन बरेली में एक सहारनपुर में एक, पीलीभीत में एक व्यक्ति की मौत हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने अपने जिलों में आंधी-तूफान और ओलावृष्टि में प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिजनों को 24 घंटे के भीतर राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा है कि सभी जिलों से फीडबैक लेकर प्रभावित व्यक्तियों की हर संभव मदद की जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मौसम केंद्र लखनऊ के प्रभारी निदेशक जे.पी. गुप्ता के अनुसार, अगले 48 घंटों के दौरान पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के कुछ क्षेत्रों में तेज हवा और गरज के साथ बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में ओला वृष्टि भी हो सकती है। मौसम के अप्रत्याशित रवैये से गोरखपुर, बस्ती, मऊ, गाजीपुर, अंबेडकरनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, पीलीभीत, रामपुर, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, एटा, महामाया नगर, मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर और बागपत जिले प्रभावित हो सकते हैं। बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा से सटे इलाकों में मौसम अधिक अप्रत्याशित हो सकता है।