पंजाब में धार्मिक नेताओं एवं प्रचारकों पर लगातार हो रहे जानलेवा हमलों की निंदा करते हुये आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि राज्य ‘जंगलराज’ के हवाले है और कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।बुधवार को ‘आप’ द्वारा जारी संयुक्त बयान प्रेस बयान में पंजाब के प्रधान एवं सांसद भगवंत मान और सह-प्रधान और विधायक अमन अरोड़ा ने राज्य के वर्तमान हालात पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को राज्य के गृह मंत्रालय का स्वतंत्र कार्यभार किसी अन्य संजीदा और समर्पित मंत्री को सौंप देना चाहिये, क्योंकि अपनी अरामप्रस्त जीवनशैली में ग्रस्त मुख्यमंत्री को राज्य की जर्जर कानून-व्यवस्था की कोई परवाह नहीं है और पुलिस-प्रशासन पर उनकी पकड़ ढीली हो चुकी है।आप नेताओं ने कहा पिछली अकाली-भाजपा सरकार में गृह-मंत्रालय की कमान उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के पास थी, जो सत्ता की ताकत के बूते अपना बिजनेस-कारोबार बढ़ाने में ही मशरूफ रहा। फलस्वरूप राज्य में श्री गुरु गंथ साहिब, पवित्र गीता और कुरान-ए-पाक जैसे धार्मिक गं्रथों की बेअदबी और नामधारी संप्रदा की मुखिया माता चंद कौर, आर.एस.एस नेता ब्रिगेडियर जगदीश गुगनेजा और शिवसेना नेता दुर्गा प्रसाद समेत संत रणजीत सिंह ढड्डरियांला जैसे धार्मिक नेताओं-प्रचारकों पर जानलेवा हमले हुये, जो आज भी उसी अपराधिक शैली में बादस्तूर जारी हैं। निकंमी कानून-व्यवस्था के चलते न तो बादल सरकार के दौरान कोई असली दोषी पकड़ा गया और नही वर्तमान कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार। यहां तक कि केंद्र की मोदी सरकार के अधीन सीबीआई भी अभी तक कोई सफलता हासिल नहीं कर सकी। जबकि ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधी संप्रदायक सद्भावना भंग करके राज्य और देश की अमन-शांति भंग करने की ताक में है और लुधियाना में पादरी सुलतान मसीह की हत्या इसी तरह कायरना कार्रवाई प्रतीत होती है।भगवंत मान और अमन अरोड़ा ने कहा कि पटरी से उतरी कानून व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिये कैप्टन अमरिंदर सिंह बगैर देरी गृह एवं न्याय विभाग किसी अन्य जिम्मेदार मंत्री को सौंप दें क्योंकि पूर्व उप-मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल की तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह यह जिम्मेदार निभाने में फेल साबित हुये हैं।