पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जून में होने वाले पंजाब विधान सभा के बजट सैशन से पहले अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करने के संकेत दिये हैं। आज एक टीवी चैनल पर दिये इंटरव्यू में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी ने उनको अपने मंत्रीमंडल के चयन के लिये पूरी स्वतंत्रता दी थी और उन्होंने सीनियर्ता, अनुभव एवं क्षेत्र संबंधी एकसमानता को चयन प्रक्रिया का मुख्य मापदंड बनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आगे भी यह विश्वसनीय बनायेगे कि राज्य कैबिनेट में सभी क्षेत्रों को बनाता प्रतिनिधित्व मिले ताकि राज्य का एक समान विकास हो सके और कोई भी क्षेत्र विकास प्रक्रिया से अछूता ना रहे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मंत्रीमंडल का विस्तार वर्ष 2017-18 का बजट पेश किये जाने से पूर्व किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आगामी सप्ताह सरकार केवल लेखा अनुदान ही पेश करेगी। विधान सभा का प्रथम समागम नई राज्य विधान सभा गठित करने के लिये शुक्रवार से बुलाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अफसरशाहों और अन्य अधिकारियों सहित सभी महत्वपूर्ण नियुक्तियों के लिये अनुभव तथा पेशेवर विशेषज्ञता को महत्तता दी जायेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने डीजीपी सुरेश अरोड़ा की सेवांए जारी रखने का फैसला किया है क्योंकि वह एक पेशेवर अधिकारी हैं। मुख्य सचिव को तबदील कर दिया गया है क्योंकि उसकी गत् सत्ता से निकटता की सांझ थी।