दूरसंचार क्षेत्र में बड़े विलय की घोषणा करते हुए वोडाफोन इंडिया और आदित्य बिरला समूह की कंपनी आइडिया सेलुलर ने सोमवार को उनके बहुप्रतीक्षित एकीकरण की घोषणा की। इस एकीकरण के बाद बनी कंपनी के अध्यक्ष आदित्य बिरला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिरला होंगे। दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा, "वोडाफोन समूह और आइडिया सेलुलर भारत में अपने पारिचालनों के एकीकरण (इसमें इंडर टावर्स में वोडाफोन की 42 फीसदी हिस्सेदारी शामिल नहीं है) की घोषणा करता है ताकि देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी का निर्माण हो सके।"इसमें आगे कहा गया, "यह संयुक्त कंपनी देश की प्रमुख दूरसंचार प्रदाता होगी, जिसमें करीब 40 करोड़ ग्राहक होंगे, 35 फीसदी बाजार हिस्सेदारी होगी और राजस्व बाजार हिस्सेदारी 41 फीसदी होगी।
"आइडिया सेलुलर ने नियामकीय रपट दाखिल करते हुए कहा, "उसके निदेशकों के बोर्ड ने वोडाफोन इंडिया लि. और उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज लि. के साथ कंपनी (आइडिया) के विलय को मंजूरी दे दी है।"इस एकीकरण से जिस कंपनी का गठन होगा उसका राजस्व 80,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होगा। बयान में कहा गया, "संयुक्त कंपनी में वोडाफोन की हिस्सेदारी 45.1 फीसदी होगी। सौदा पूरा होने वह अपने 4.9 फीसदी हिस्सेदारी को आइडिया और उसकी सहयोगी कंपनियों को 3,874 करोड़ रुपये में बेचेगी।"इसमें आगे कहा गया, "आइडिया के प्रमोटरों के पास संयुक्त कंपनी की 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी, तथा बाकी की सार्वजनिक हिस्सेदारी होगी।"इस संयुक्त कंपनी के कुल 40.6 करोड़ ग्राहक होंगे, जो वर्तमान में सबसे बड़ी कंपनी भारती एयरटेल के 26.9 ग्राहकों की संख्या से काफी बड़ी होगी। उन्होंने कहा, "आइडिया और वोडाफोन मिलकर एक बेहद मूल्यवान कंपनी का गठन करेंगे जो हमारी पूरक शक्ति है।
"वोडाफोन समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विट्टोरियो कोलाओ ने बताया, "वोडाफोन इंडिया और आइडिया मिलकर डिजिटल इंडिया के दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के साथ एक नई चैंपियन कंपनी का गठन करेगी, जिसका विश्वस्तीय 4जी नेटवर्क का विस्तार भारत के गांवों, कस्बों और शहरों तक होगा।"आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन इंडिया दोनों ही भारत में सभी 22 टेलीकॉम सर्कल में मौजूद हैं और 17 सर्कल में 4 जी कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करती है।यह समझौता 24 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। बयान में कहा गया है, "संयुक्त सूचीबद्ध कंपनी का नाम बदला जाएगा।"सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने कहा, "विलय और एकजुटता की इस प्रवृत्ति से दीर्घकालिक अवधि में ग्राहकों, ऑपरेटरों और सरकार को लाभ होगा। वैश्विक स्तर पर भी ऐसा ही देखने को मिला है।"