भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने मृत्युदंड की सजा के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने कहा है कि देश में मौत की सजा पाने वाले अधिकांश लोग या तो दलित हैं या अल्पसंख्यक। अपने एक लेख 'द नूज कास्ट्स अ शेमफुल शैडो 'में वरुण गांधी ने लिखा है कि मौत की सजा पाए 75 फीसदी लोगों का संबंध आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ों से है। 94 फीसदी का संबंध दलित और अल्पसंख्यक समुदाय से है। वरुण ने लिखा है कि गरीब तक न्याय की पहुंच सबसे आखिर में होती है। मौत की सजा कानूनी सहायता से वंचित होना और संस्थागत पूर्वाग्रहों का नतीजा है। फांसी का फंदा गरीब इंसान के हिस्से का जाल बनकर रह गया है। उन्होंने मौत की सजा को खत्म करने की पुरजोर वकालत करते हुए कहा है कि जल्लाद का काम किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है।