हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर लगी आग से पिछले दो वर्षो में 11000 हेक्टेयर में फैली वन संपदा और घास के मैदान स्वाहा हो गए। मंगलवार को इस आशय की जानकारी विधानसभा में दी गई। 1 जनवरी, 2013 से इस वर्ष फरवरी 2015 तक 11,814.89 हेक्टेयर वन आग की लपटों में बदल गए। वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने एक लिखित उत्तर में बताया।आग में तबाह हुई वन संपदा का मूल्य लगभग 201,96,883 रुपये था। लेकिन आग से किसी वन पशु के मारे जाने की सूचना नहीं मिली है।एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि राज्य के कुल वन क्षेत्र का 22 प्रतिशत या 8267 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र अग्नि प्रभावित होने के लायक है। सबसे ज्यादा आग लगने की खबर गर्मियों में देवदार के जंगलों से मिलती है। देवदार के पेड़ अत्यंत ज्वलनशील होते हैं।देवदार के पेड़ 5,500 की ऊंचाई पर पाए जाते हैं।