हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि शिक्षा युवाशक्ति के मन को शक्तिशाली बनाते हुए अच्छे चरित्र का निर्माण करती है। अगर शिक्षा में चरित्र नहीं है तो वह शिक्षा समाज के लिए अच्छी नहीं हो सकती।राज्यपाल आज इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी में लगभग 7.75 करोड़ रुपये की लागत से तैयार स्वामी विवेकानंद ब्लाक का उदघाटन करने के बाद विद्यार्थियों व उपस्थित जनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षा में आचरण नहीं उतारा गया तो यह समाज व युवा पीढ़ी के लिए उपयोगी साबित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास में शिक्षा का बड़ा महत्व है और यह तभी संभव है जब यहां की युवा शक्ति को तकनीकी शिक्षा से परिपूर्ण बनाया जाए।
राज्यपाल प्रो. सोलंकी ने कहा कि हरियाणा राज्य शिक्षा का हब है और यहां 21 जिलों में 43 सरकारी व गैर सरकारी विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं। यह विश्वविद्यालय आप सभी के सहयोग से ही बन पाए हैं। सोलंकी ने मीरपुर विश्वविद्यालय की तरक्की के लिए ग्रामीणों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि केवल आप सभी के सहयोग देने से प्रगति नहीं होगी,बल्कि इसके लिए हर व्यक्ति के समर्पित भाव की जरूरत होगी।सोलंकी ने कहा कि भारत वर्ष के 29 राज्यों में से हरियाणा केवल ऐसा प्रदेश है जहां जमीन सबसे महंगी है और किसी के पास जमीन देने को नहीं है,मगर इतना सब होते हुए मीरपुर व आसपास के क्षेत्र के किसानों ने मीरपुर विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए एक सौ एकड जमीन देकर पुण्य का काम किया है। उन्होंने जमीन दान देने वाले किसानों को नमन करते हुए कहा कि आज के कार्यक्रम में बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों की संख्या इस बात को दर्शाती है कि यूनिवर्सिटी की प्रगति में बाधा नहीं आएगी।राज्यपाल ने कहा कि जब यह विवि एमडीयू रोहतक का रीजनल सैंटर था,जब इसमें छात्र-छात्राओं की संख्या एक हजार के लगभग थी, मगर एक वर्ष में ही विवि बनने के बाद यह संख्या दोगुनी हो गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या प्रतिवर्ष बढती जाएगी।
मुख्य अतिथि कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि रेवाड़ी सहित पूरा क्षेत्र वीरों की भूमि है।राव तुलाराम, हेमचंद्र विक्रमादित्य, बाबू बालमुकुंद गुप्त जैसे देशभक्तों से क्षेत्र का इतिहास जुडा हुआ है।
उन्होंने कहा कि दूनिया के 175 देशों ने योग को चमत्कारी शक्ति मानते हुए प्रति वर्ष 21 जून को योग दिवस घोषित किया है। योगा के प्रति लोगों में रूवि पैदा करने के लिए हमें विश्वविद्यालयों की ओर जाना होगा। उन्होंने कहा कि देश में हिंसा,आतंकवाद को खत्म करने के लिए हमें आपसी भाईचारे की भावना से कार्य करना होगा।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए योजना एवं रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि मीरपुर विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद हाल के बनने से विद्यार्थियों को पूरा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की लगातार अनदेखी होती रही है, इसी के परिणाम स्वरूप इसे रीजनल सैंटर से विश्वविद्यालय बनने में राजनीतिक कारणों के चलते काफी समय लगा। राजनीतिक लोगों ने शिक्षा के लिए कोई प्रयास नहीं किए,बलिक शिक्षा में भी राजनीति लाकर मखोल किया गया, जोकि इलाके के साथ भेदभाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने भी इस विवि के लिए 15 एकड जमीन दी है,लेकिन इस विवि का समग्र विकास हो सके,इसके प्रयास किए जाएंगे। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में उच्च श्रेणी के शिक्षण संस्थान नहीं होने के कारण यहां के युवाओं को अच्छी नौकरियां नहीं मिल रहीं है,युवा नौकरियों के लिए भटक रहे हैं, ऐसे में इस विवि में नए नए कोर्स शुरू किए जाएं, ताकि रोजगारपरक शिक्षा मुहैया करवाई जा सके।
सहकारिता राज्यमंत्री बिक्रम सिंह यादव ने कहा कि रेवाडी क्षेत्र में एक भी विश्वविद्यालय नहीं होने के कारण यहा के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए दूरदराज जाना पडता था, मगर मीरपुर विश्वविद्यालय में नए नए कोर्स शुरू होंगे,जिससे बच्चों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अब केंद्र व प्रदेश सरकार में क्षेत्र के मंत्री होने के कारण संघर्ष की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि दिन रात एक करके मीरपुर विश्वविद्यालय का विकास करवाया जाएगा। उन्होंने ग्राम पंचायतों से भी अपील की कि वे विवि के विकास में अपना रचनात्मक सहयोग दें। विधायक रणधीर सिंह कापडीवास ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल प्रो0 कप्तान सिंह सौलंकी का हार्दिक स्वागत किया तथा अपनी बात रखते हुए विश्वविद्यालय से संबंधित मांगें उठाई। उन्होंने राज्यपाल सोलंकी से विश्वविद्यालय में 25 विषयों व नए कोर्स शुरू करवाने का आग्रह किया। रजिस्ट्रार आत्मप्रकाश ने सभी अतिथिगणों व आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर राज्यपाल ने सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किए तथा परिसर में पौधारोपण भी किया।