उपायुक्त राजौरी विकास कुंडल ने एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की, जहां समग्र कृषि विकास कार्यक्रम के तहत तीन मामलों को मंजूरी दी गई। बैठक में कार्यक्रम के उद्देश्यों को प्राप्त करने में हुई प्रगति का मूल्यांकन करने और किसानों को किए गए नवीन हस्तक्षेपों के बारे में सूचित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
एचएडीपी एक महत्वाकांक्षी पहल है जिसका उद्देश्य एक टिकाऊ और लाभदायक कृषि पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है।
उपायुक्त विकास कुंडल ने कार्यक्रम के व्यापक लक्ष्य पर जोर दिया, जो स्थानीय किसानों को ज्ञान और उपकरणों से लैस करके सशक्त बनाना है जो उनकी उत्पादकता और लाभप्रदता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही, एचएडीपी कृषि क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान देना चाहता है। एचएडीपी की प्रमुख विशेषताओं में से एक किसानों के लिए कृषि और संबद्ध विभागों के विशेषज्ञों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच का प्रावधान है।
यह जुड़ाव किसानों को खेती के विभिन्न पहलुओं पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्राप्त करने की अनुमति देता है, जिससे वे अपनी कृषि पद्धतियों में सुधार कर सकते हैं। इस तरह के बहुआयामी दृष्टिकोण को अपनाकर, एचएडीपी का लक्ष्य कृषि उत्पादकता को बढ़ाना, आजीविका में वृद्धि करना और क्षेत्र की व्यापक आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देना है।
बैठक में मुख्य योजना अधिकारी मोहम्मद खुर्शीद, मुख्य कृषि अधिकारी सोहन सिंह, मुख्य बागवानी अधिकारी डॉ. खालिद हुसैन, जिला भेड़ पालन अधिकारी पी.पी. सगोत्रा, अग्रणी जिला प्रबंधक संजीव भसीन, परियोजना अधिकारी डीआईसी आबिद हुसैन तथा अन्य सम्बंधित अधिकारी भी षामिल हुए।