सार्वभौमिक मानव मूल्य प्रकोष्ठ, श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय ने विश्व छात्र दिवस का आयोजन किया, जो महान वैज्ञानिक, भारत के मिसाइल मैन, शिक्षक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है।स्वागत भाषण डॉ. बलबीर सिंह इवेंट कोऑर्डिनेटर और डीन एकेडमिक अफेयर्स, एसएमवीडीयू द्वारा दिया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि उपायुक्त रियासी बबीला रकवाल ने संकाय, कर्मचारियों, छात्रों और एसएमवीडीयू परिवारों को संबोधित किया। उन्होंने भारत को एक विकसित और आधुनिक देश में बदलने में डॉ. एपीजे कलाम के योगदान पर प्रकाश डाला।उपायुक्त ने भारत की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करने वाले छात्रों के सांस्कृतिक प्रदर्शन की सराहना की।
उपायुक्त ने कहा, ‘‘डॉ. एपीजे कलाम ने हमेशा खुद को सामान्यता से मुक्त करने और स्वयं, समाज और देश की बेहतरी के लिए अपने दिमाग को प्रज्वलित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।‘‘ विशिष्ट अतिथि रजिस्ट्रार एसएमवीडीयू, नागेंद्र सिंह जम्वाल ने भी दर्शकों को संबोधित किया और 19 अगस्त 2004 को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा एसएमवीडीयू के उद्घाटन की यादें साझा कीं।
इस अवसर पर दर्शकों को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन पर एक वृत्तचित्र दिखाया गया, जिसके बाद एसएमवीडीयू के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।छात्रों और शिक्षकों ने डॉ. एपीजे कलाम द्वारा लिखित शपथ ली, जिसमें छात्रों और शिक्षकों के कर्तव्यों, जिम्मेदारियों और नैतिकता पर जोर दिया गया।
इस संबंध में डॉ. एपीजे कलाम की थीम पर डॉ. राजीव कुमार और डॉ. अनिल भारद्वाज द्वारा पोस्टर मेकिंग गतिविधि भी की गई और विजेताओं को मुख्य अतिथि सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया।इस अवसर पर एसएमवीडीयू के उपकुलपति प्रोफेसर प्रगति कुमार का एक संदेश भी पढ़ा गया जिसमें युवाओं को व्यक्ति, समाज और देश को विश्व शक्ति में बदलने के लिए डॉ. एपीजे कलाम द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने पर जोर दिया गया।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन, कार्यों और उपलब्धियों पर डॉ. बलबीर सिंह द्वारा एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें अखबार की कटिंग, पोस्टर, फ्लायर्स, बैनर के माध्यम से विभिन्न मोर्चों पर डॉ. कलाम की विभिन्न उपलब्धियों और ऐतिहासिक घटनाओं को प्रस्तुत करने वाले दुर्लभ संग्रह दिखाए गए जिनका उद्घाटन डीसी रियासी द्वारा किया गया और यह एसएमवीडीयू और स्थानीय स्कूलों के छात्रों के लिए अगले तीन दिनों तक खुली रहेंगी।
कार्यक्रम का समन्वय डॉ. बी.बी. जिंदल, डॉ. पूजा शर्मा, डॉ. कमलदीप, डॉ. मधु मंगल और बी.के भाटिया के साथ-साथ यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यू सेल के विभिन्न छात्र स्वयंसेवकों द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन बी.के. भाटिया, प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट अधिकारी, एसएमवीडीयू द्वारा प्रस्तुत किया गया।