675 सेवाओं की ऑनलाइन पेशकश ‘भ्रष्टाचार मुक्त‘ जम्मू-कश्मीर की दिशा में एक मील का पत्थर है : डॉ. अरुण कुमार मेहता
युवा कलाकारों को प्रेरित करने हेतु ‘बीट्स ऑफ जेएंडके 2.0‘ लॉन्च किया
Web Admin
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श्रीनगर , 05 Aug 2023
मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने ‘भ्रष्टाचार मुक्त जम्मू-कश्मीर दिवस‘ के अवसर पर बोलते हुए, चुनौती का सामना करने और 675 ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से सरकार के कामकाज में दक्षता लाने में आईटी विभाग की भूमिका की सराहना की। इस कार्यक्रम में सूचना एवं आईटी विभाग की प्रमुख सचिव प्रेरणा पुरी, निदेशक सूचना मिंगा शेरपा, संयुक्त निदेशक सूचना मुख्यालय नरेश कुमार, संयुक्त निदेशक सूचना कश्मीर मोहम्मद असलम, सूचना अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव ने भ्रष्टाचार को खत्म करने में आईटी उपकरणों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी सभी के लिए दक्षता, निष्पक्षता और समता का युग बनाने में सबसे बड़ी सहायक है। फायदे गिनाते हुए उन्होंने कहा कि बीम्स, जनभागीदारी, आपकी जमीन आपकी निगरानी, ई-टेंडरिंग और ई-ऑफिस जैसी पहलों की शुरूआत ने प्रशासन को अधिक संवेदनशील, सुलभ और पारदर्शी प्रणाली में बदल दिया है और नागरिकों को सशक्त बनाया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि बीईएएमएस द्वारा लाए गए वित्तीय अनुशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि ई-टेंडरिंग, प्रशासनिक अनुमोदन, प्रौद्योगिकी मंजूरी और फोटोग्राफिक साक्ष्य के मानदंडों को पूरा करने वाले किसी भी काम का भुगतान नहीं किया जा सकता है, जिससे परियोजनाओं के पूरा होने में तेजी आई है। ठम्।डै जम्मू-कश्मीर में परिवर्तन का इंजन रहा है, जिससे मनमानी और भ्रष्टाचार में भारी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धात्मकता के कारण परियोजनाओं की लागत काफी कम हो गई है।पहले ठेकेदार अपना भुगतान जारी कराने के लिए दर-दर भटकते थे। अब प्रक्रिया को परेशानी मुक्त बना दिया गया है और वे अधिकारियों के पीछे भागे बिना रिलीज देख पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यूटी में ई-ऑफिस की शुरुआत से आधिकारिक व्यवसाय की दक्षता और समय पर निपटान सुनिश्चित हुआ है।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि ‘जनभागीदारी‘ पोर्टल और ‘आपकी जमीन आपकी निगरानी‘ ने कार्यों या भूमि रिकॉर्ड के सभी विवरण सार्वजनिक डोमेन में डाल दिए हैं, जहां हजारों लोग दैनिक आधार पर पहुंच रहे हैं और इनका मूल्यांकन कर रहे हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में व्यवस्था इतनी पारदर्शी और कुशल है जितनी पहले कभी नहीं थी।
2019 से पहले शायद ही कोई ळ2ब् सेवाएं ऑनलाइन पेश की जाती थीं और अब दो साल से भी कम समय में यह संख्या बढ़कर 675 हो गई है।उन्होंने उल्लेख किया कि पूरी की गई परियोजनाओं की संख्या के मामले में यूटी ने अभूतपूर्व प्रगति की है। पहले यह संख्या 9000 के आसपास रहती थी जो पिछले वित्तीय वर्ष में बढ़कर 925000 से अधिक हो गई है।
उन्होंने कहा कि इन कार्यों का ई-संकलन सार्वजनिक किया जाता है और इनमें से किसी भी कार्य के बारे में जनता से कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने लोगों में जागरूकता पैदा करके उनकी सेवा करने के लिए आईटी और सूचना विभागों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आईटी द्वारा निभाई गई भूमिका ऐतिहासिक है और यह भ्रष्टाचार मुक्त जम्मू-कश्मीर के मूलभूत निर्माण खंडों में से एक के रूप में इतिहास में दर्ज की जाएगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव, आईटी, प्रेरणा पुरी ने उन्हें सिस्टम को अधिक उत्तरदायी बनाने और लोगों के दरवाजे पर शासन लाने के लिए विभाग द्वारा की गई सभी पहलों के बारे में जानकारी दी।उन्होंने खुलासा किया कि 2019 में 35 ऑनलाइन सेवाओं से यह संख्या वर्तमान में 675 तक पहुंच गई है। रैपिड असेसमेंट सिस्टम पर जनता की प्रतिक्रिया काफी उत्साहजनक है क्योंकि इसमें से 86 प्रतिषत सकारात्मक है।
उन्होंने यह भी बताया कि जनता को अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए लगभग 40 लाख संदेश भेजे गए हैं और लोगों के भूमि रिकॉर्ड के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले र्।।छ पोर्टल पर अब तक एक करोड़ से अधिक विजिट किए जा चुके हैं।इससे पहले मुख्य सचिव ने सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय द्वारा निर्मित युवा उन्मुख ऑनलाइन कार्यक्रम ‘बीट्स ऑफ जेएंडके 2.0‘ का नया संस्करण लॉन्च किया।
इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के स्थानीय कलाकारों को उनकी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रोत्साहित करना और सुविधा प्रदान करना है, जिससे उन्हें अपनी संगीत रुचि के चुने हुए क्षेत्रों में आगे बढ़ने और अपनी पहचान बनाने के लिए एक मंच प्रदान किया जा सके।स अवसर पर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को ब्लॉक स्तर तक उचित अवसर प्रदान करने की सलाह दी ताकि युवाओं की रचनात्मकता और प्रतिभा को पनपने का मौका मिल सके।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए सूचना निदेशक मिंगा शेरपा ने उपस्थित लोगों को बताया कि इसका पहला संस्करण एक बड़ी सफलता थी जिसमें विभिन्न भाषाओं और सामाजिक पृष्ठभूमि के सैकड़ों कलाकारों ने अपनी कलात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह कार्यक्रम पिछले कार्यक्रम से आगे बढ़ने जा रहा है और युवा संगीत प्रतिभाओं को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करेगा, जिससे उनमें से प्रत्येक को अपनी रुचि के क्षेत्र में कुछ बड़ा करने का आत्मविश्वास मिलेगा।