जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार ने खराब मौसम के कारण यात्रा स्थगित होने के मद्देनजर व्यवस्थाओं की समीक्षा हेतु संबंधित उपायुक्तों की एक बैठक की अध्यक्षता की।मंडलायुक्त ने कठुआ, सांबा, जम्मू, रामबन और उधमपुर सहित जम्मू संभाग के 5 जिलों में ठहराए गए यात्रियों की संख्या के बारे में पूछताछ की। संबंधित उपायुक्तों द्वारा बताया गया कि लगभग 6000 यात्रियों को यात्री निवास चंद्रकोट-रामबन में, 600 को उधमपुर में, 6000 को जम्मू में, 1200 को सांबा में और 1100 को कठुआ जिले में ठहराया गया है।
मंडलायुक्त ने संबंधित उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में आवास क्षमता बढ़ाने और आवास केंद्रों को निर्बाध पानी, बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने उन्हें यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष चैबीसों घंटे काम करें।तीर्थयात्रियों को किसी भी असुविधा से बचने के लिए सुविधाओं के प्रावधान की निगरानी के लिए डीसी को आवास केंद्रों का दौरा करने के लिए कहा गया।
मंडलायुक्त ने रामबन में राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति की भी समीक्षा की और डीसी रामबन और परियोजना निदेशक एनएचएआई को सड़क को साफ करने और पुरानी सड़क की यातायात योग्यता के रखरखाव के लिए पर्याप्त लोगों और मशीनरी को जुटाने का निर्देश दिया। उन तीर्थयात्रियों को भी अनुमति देने के लिए कहा जो उन जिलों में स्थानीय मंदिरों और पर्यटन स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं।
बताया गया कि यात्रा के लिए पंजीकरण और टोकन का वितरण भी कल के लिए निलंबित रहेगा।बैठक में जम्मू के उपायुक्त अवनी लवासा, आयुक्त जेएमसी राहुल यादव, उपनिदेशक योजना मुनीष दत्ता, जबकि कठुआ, सांबा, उधमपुर और रामबन के उपायुक्तों ने भाग लिया जबकि संबंधित अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया।