भारतीय जनता पार्टी ने आज आम आदमी पार्टी सरकार के राघव चड्ढा को सरकार के लिए एडवाइजरी कमेटी का चेयरमैन बनाए जाने संबंधी फैसले की आलोचना की है। पार्टी ने इस फैसले को तुरंत वापस लिए जाने की मांग करते हुए कहा कि पंजाब के लोग इसे सहन नहीं करेंगे, क्योंकि यह दिल्ली के आकाओं के सामने घुटने टेकने के समान है।
यहां जारी एक बयान में, प्रदेश भाजपा महासचिव डॉ सुभाष शर्मा ने कहा कि पार्टी पहले दिन से कह रही थी कि भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल के हाथों की एक कठपुतली हैं। उन्होंने कहा कि पहले चड्डा पिछले दरवाजे से सरकार चलाते थे और अब वह खुलेआम अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। यह चड्ढा को पंजाब का पूरी तरह से मुख्यमंत्री बनाने की दिशा में पहला कदम है।
भाजपा नेता ने सरकार के दावों पर भी चुटकी ली कि वह चड्ढा को कोई फायदा नहीं देगी और कहा कि यह सब ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के प्रावधानों से बचने हेतु किया गया है, ना कि पंजाब के पैसे बचाने के लिए, क्योंकि चड्डा एक राज्यसभा सांसद है। अन्यथा सरकार ने उन्हें फायदे भी दिए होते।
शर्मा ने कहा कि आप का चड्डा को एडवाइजरी कमिटी का चेयरमैन बनाने संबंधी फैसला यूपीए सरकार के उस फैसले की तरह है, जब उसने एक एडवाइजरी कमिटी बनाकर श्रीमती सोनिया गांधी को उसका चेयरमैन नियुक्त कर दिया था, जबकि डॉ मनमोहन सिंह को एक रबड़ स्टैंप प्रधानमंत्री बना दिया गया था।
प्रदेश भाजपा महासचिव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब को दिल्ली से नहीं चलाया जा सकता और पंजाब के लोगों ने चड्ढा को बतौर मुख्यमंत्री वोट नहीं दी है, जो आपका असली उद्देश्य है। उन्होंने आप नेतृत्व से कहा कि आप जितनी जल्दी इस फैसले को वापस लेंगे, उतना ही बेहतर होगा।