सीजीसी लांडरा के चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ फार्मेसी में‘चैलेंज इन टैक्लिंग हयूमन डिज़ीज़ - ए नोवल एप्रोच‘(मानव रोगों से निपटने में सामने आने वाली चुनौतियां - एक उपन्यास दृष्टिकोण)’ पर पांच दिवसीय एफडीपी का आयोजन किया जा रहा है। इस एफडीपी में फार्मेसी और बायोटैक्नोलोजी से लगभग 50 से ज्यादा फैक्लटी मेंबर्स भाग ले रहे हैं। इस एफडीपी का प्रमुख उद्देश्य फैक्लटी मेंबर्स को मानव बिमारीयों के उपचार के लिए चिकित्सक रणनीतियों में नवीनतम प्रगति के बारे में अवगत करवाना है|
साथ ही यह कार्यक्रम उन्हें उपचार के तौर तरीकों, संक्रामक रोगों, मेटाबॉलिक डिस्आर्डर के पैथोजीनीसेस/पैथोफिज़ियोलॉजी के बारे में अवगत करवा उनकी समझ और ज्ञान को बढाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस सत्र के दौरान पहुंचे इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और प्रमुख वक्ता फैक्लटी मेंबर्स के साथ एक्सपर्ट टॉक सेशनस के माध्यम से ट्रेनिंग प्रदान करेंगे।
इस पांच दिवसीय एफडीपी सत्र में उपस्थित हुए वक्ताओं में प्रमुख रूप से शामिल हुए एक्सपर्ट्स हैं एनआईपीईआर मोहाली से डॉ इपसीता रॉय, इंस्टीट्यूट ऑफ माईक्रोबिअल टैक्नोलोजी (सीएसआईआर) यूनिट, चंडीगढ़ से सीनियर प्रिंसिपल सांईटिस्ट डॉ मनोज कुमार , पीआईएमईआर, चंडीगढ़ से ईएनटी स्पैशलिस्ट डॉ धर्मवीर, हावर्ड यूनिविर्सटी, वाशिंगटन डीसी से बायोफर्मासिटिक्स और फार्माकोकाइनेटिक्स के प्रोफेसर डॉ कृष्ण कुमार, ग्रेशियन अस्पताल से डॉ अमृतइंदरपाल कौर, डॉ रेडी लैबोर्टरीज़, चंडीगढ़ से मैनेजर क्वालिटी एश्योरेंस श्री करुण कटारिया, तथा अन्य |