”विश्व एड्स दिवस“ का मुख्य उद्देश्य लोगो को निःसंकोच एचआईवी जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करने का है। यह विचार सांसद शांता कुमार ने ”विश्व एड्स दिवस“ के अवसर पर आज थुरल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में राज्य स्तरीय विश्व एड्स दिवस समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुये व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति एचआईवी पॉजिटव पाए जाते हैं वह निःशुल्क एआरटी उपचार द्वारा एचआईवी के साथ स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।शांता कुमार ने कहा कि आज विश्व भर में एड्स दिवस की 30वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यूएन एड्स के अनुसार विश्व में अभी भी लगभग 25 प्रतिशत एचआईवी पॉजिटव व्यक्तियों को अपने एचआईवी सवंमित होने की जानकारी ही नहीं है और भारत में यह आंकड़ा लगभग 21 प्रतिशत है।शांता कुमार ने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है की विश्व एड्स दिवस अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में उन्हें बुलाया गया। उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, थुरल में आज वह मुख्य अतिथि नहीं बल्कि छात्र के रूप में आए हैं। उन्होंने कहा थुरल में ही उन्होंने शिक्षा ग्रहण की और अध्यापक के रूप में कार्य किया।उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया आज एड्स के विषय में चिंतित है उन्होंने कहा कि एड्स लाईलाज बीमारी नहीं बल्कि इसका इलाज संभव है उसने कहा कि आज हमारे सामने यह सामाजिक और आर्थिक चुनौती के रूप में है और हमे इस बात का संतोष है कि प्रदेश में एड्स रोगियो की संख्या कम है, इसके लिए हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक पड़ोसी राज्य पंजाब में एड्स के मामलों में 38 प्रतिशत वृद्धि हुई है जोकि हिमाचल के लिए खतरनाक हो सकती है।उन्होंने बच्चों से नशे और मोबाइल के अत्याधिक उपयोग से दूर रहने का आह्वान करते हुए कहा कि विवेक से विज्ञान का उपयोग ना हो तो विनाश का कारण बनता है उन्होंने युवा पीढ़ी कोे धैर्य, संतोष से काम करते हुए गुस्सा कम करना चाहिये और इससे बचने के लिये योग, प्राणायाम, ध्यान लगाना चाहिये। उन्होंने कहा कि जीवन मे चरित्रवान और संस्कारित बनें।उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री की प्रदेश में बेहतर कार्य करने के लिये पीठ थपथपायी।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, देश में कम एचआईवी प्रेविलैंस वाला राज्य है। प्रदेश में अब तक कुल 4162 लोग एआरटी उपचार लेकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर दिसम्बर माह में एचआईवी पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एचआईवी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग और हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति विभिन्न सुविधाएं और गतिविधियां क्रियान्वित कर रही है।परमार ने कहा कि प्रदेश में आम जनता तक एचआईवी/एड्स जांच सुविधा को पहुंचाने के लिए 45 एकीकृत जांच एवं परामर्श केन्द्र, 3 निजी सार्वजनिक भागीदारी के अन्तर्गत आईसीटीसी भी कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि 2 मोबाईल आईसीटीसी वैन के माध्यम से दूरदराज इलाकों में लोगों को एचआईवी जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जन साधारण तक जांच सुविधा पहंुचाने के लिए लगभग सभी उप स्वास्थ्य केन्द्रों में भी एचआईवी जांच सुविधा प्रदान की जा रही है। जिसके लिए सम्बन्धित कर्मचारी का प्रशिक्षण दिया गया है।उन्होंने कहा कि स्वास्थ विभाग द्वारा एंटिट्रोवायरल उपचार कार्यक्रम, देखभाल सहयोग केन्द्र, यौन रोग नियन्त्रण कार्यक्रम, रक्त सुरक्षा कार्यक्रम, लक्षित हस्तक्षेप परियोजनाएं, सूचना, शिक्षा एवं संप्रेक्षण, लोकनाट्य कार्यक्रम अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम शुरू किए गये हैं।विपिन सिंह परमार ने कार्यक्रम में पधारने के लिये सांसद शांता कुमार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि एड्स का उपचार संभव है पाताल लोक इस बीमारी को छुपाए नहीं बल्कि उपचार के लिए आगे आएं उन्होंने कहा कि एड्स रोगियो की पहचान को गुप्त रखा जाता है तथा इन रोगियों को मुफ्त दवाइयां, खुराक तथा बसों में एक सहायक सहित निःशुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध है।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्ष 2030 तक पूरे भारत से एड्स को जड़ से खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इस दिशा में हिमाचल स्वास्थ्य विभाग बहुत सराहनीय कार्य कर रहा है उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना में प्रदेश के 21 लाख लोगों को शामिल किया गया है तथा प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए ”हिम केयर योजना“ आरंभ की गई है।
एड्स जागरूकता रथ को दिखाई हरी झण्डी
इससे पहले मुख्य अतिथि श्री शांता कुमार ने एड्स जागरूकता रथ तथा एड्स जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया शांता कुमार ने इस अवसर पर सुपर स्पेशलिटी स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें 50 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया ।
1600 से अधिक लोगों ने करवाया पंजीकरण
इस अवसर पर स्वास्थ्य शिविर में 1600 से अधिक लोगों ने पंजीकरण करवाया। स्वास्थ्य शिविर में 11 विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों को प्रमाण पत्र जारी किये गये और 33 व्यक्तियों के हैल्थ कार्ड बनाये गये।
घोषणाएं
सांसद शांता कुमार ने विद्यालय की लाइब्रेरी को अपनी और धर्मपत्नी की लिखी 32 पुस्तकें भेंट कीं। पुराने शौचालय ठीक करने और दो शौचालय निर्माण के लिए तीन लाख रुपये, सामुदायिक भवन के शेष कार्य के लिये 2 लाख रुपये तथा विद्यालय मंच के निर्माण के धनराशि देने की घोषणा की।परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य राहत कोष का गठन लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी राहत उपलब्ध करवाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि थुरल क्षेत्र को तहसील का दर्जा दिया गया है तथा थुरल की आठ पंचायतों को सुलह विकास खंड से जोड़ा गया है। इसके अलावा थुरल कॉलेज के भवन के लिये 5 करोड, थुरल अस्पताल 100 बिस्तरों का तथा साई भ्रांता के लिये आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी स्वीकृत की गई है।
इन्हें किया सम्मानित
इस अवसर पर शांता कुमार ने हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाईटी द्वारा बेहतर कार्य करने वाले जिला मंडी, बेस्ट ब्लड बैंक के लिये क्षेत्रीय अस्पताल मंडी, बेस्ट एआरटी संेटर के लिये जिला हमीरपुर तथा बेस्ट आईसीटीसी के लिये क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला को पुरस्कृत किया।
लघु उद्योग का किया शुभारंभ
इसके उपरांत स्वास्थ्य मंत्री ने साई में निजी क्षेत्र में लगे लघु उद्योग यूनिवर्सल संस इंटरप्राइजेज का शुभारंभ किया।
ये रहे मौजूद
विधायक बैजनाथ मुल्ख राज प्रेमी, विधायक नगरोटा बगवां अरुण मेहरा, सांसद की धर्मपत्नी संतोष शैलजा, स्वास्थ्य मंत्री की धर्मपत्नी शर्मिला परमार, जिला अध्यक्ष विनय शर्मा, महामंत्री हरिदत्त शर्मा, मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा, महामंत्री चंद्रवीर, पालमपुर मंडल अध्यक्ष संजीव सोनी, प्रदेश स्वास्थ्य सलाहकार समिति के सदस्य तनु भारती, स्वास्थ्य निदेशक डॉक्टर अजय गुप्ता, उप निदेशक स्वास्थ्य डॉ0 गोपाल बैरी सीएमओ कांगड़ा गुरदर्शन गुप्ता, डॉ0 राजेश ठाकुर, डॉ0 राजेश सूद, विद्यालय के प्रधानाचार्य यशपाल, थुरल ग्राम पंचायत के प्रधान रविन्द्र कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी इलाके के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।