वन एवं पर्यावरण मंत्री चौ लाल सिंह ने आज कहा कि सरकार ने वर्श 2016-17 में लगभग 1.35 लाख कनाल अतिक्रमण की गई वन भूमि की पुनः प्राप्ति की है ताकि राज्य के वन क्षेत्रों को बहाल किया जा सके।मंत्री ने यह बात आज वन सूचना केन्द्र में वन एवं उससे जुडी विंगों के अधिकारियों की एक बैठक में सम्बोधित करते हुए कही।प्रमुख मुख्य वन संरक्षक रवि केसर, मुख्य वन्य जीव संरक्षण मनोज पंत, एसएफसी के प्रबंध निदेशक सुरेश गुप्ता, निदेशक सामाजिक वानिकी अश्वनी गुप्ता, मुख्य वन संरक्षक फारूक गिलानी, वन सुरक्षाबल निदेशक आसिफ मोहम्मद सागर, एसएफआरआई निदेशक बी एम शर्मा, भू एवं जल सरंक्शक निदेशक जावेद इकबाल पूंजू, क्षेत्रीय वन्य जीव संरक्षक डॉ वी एस सिन्थल, के अतिरिक्त संभागीय वन अधिकारी और गणमान्य इस अवसर पर उपस्थित थे। भूमि पर कब्जा करने वालों से राज्य वन सम्पति की सुरक्षा की आवश्यकता पर बल देते हुए मंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को पारदर्शी तरीके से वन भूमि का सीमांकन करने के निर्देश दिये ताकि सभी स्तरों पर अतिक्रमणों को रोका जा सके।म्ंत्री ने अधिकारियों को आम लोगांे और विभाग की जानकारी के लिए प्रत्येक वन विभाग की एक लॉग बुक तैया करने के निर्देश दिये। उन्होंने वन भूमि पर साइन बोर्ड लगाने के लिए भी कहा ताकि भूमि पर कब्जा करने वाले राज्य की हरित सम्पति पर कब्जा करने की हिम्मत न कर सकें। मंत्री ने सम्बंधित टेरीटोरियल डीएफओ को वन भूमि की तारबंदी की व्यक्तिगत रूप से गिनरानी करने के निर्देश दिये। उन्होंने वन सम्पति की सुरक्षा हेतु कदमों से सम्बंधित जागरूकता बढाने की आवश्यकता पर बल दिया।मंत्री ने सम्बंधित डीएफओ को गुणवत्ता वाले पौध भंडार के उत्पादन हेतु हाईटेक नर्सरिया स्थापित करने और मौजूदा स्तर को बढाने के निर्देश भी दिये।