वन एवं पर्यावरण मंत्री चौ. लाल सिंह ने कहा कि सरकार राज्य के वन एवं पर्यावरण की सुरक्षा हेतु प्रयासरत है तथा अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।मंत्री ने यह बात वन भवन जम्मू में राज्य वन निगम के निदेषक मंडल की 67वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।वन राज्यमंत्री तथा निगम के उपचेयरमैन जुहूर अहमद मीर, निगम के निदेशक दीना नाथ भगत और यासिर रेशी, विधायक रविन्द्र रैना, वनों के आयुक्त सचिव सौरव भगत, प्रमुख मुख्य वन संरक्षक रवि केसर, तथा एसएफसी के प्रबंध निदेशक एस.के. गुप्ता, के अतिरिक्त सम्बंधित विभाग के वरिश्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।मंत्री ने गत 4 वर्शों में निगम की भौतिक एवं वित्तीय उपलब्धियों की जानकारी ली। उन्होंने बैठक में निगम के विकास से सम्बंधित विभिन्न परियोजनाओं और मुददों की प्रगति पर भी समीक्षा की।मंत्री को बताया गया कि निगम ने वर्श 2016-17 में 37.40 सिक्योरफीट लकड़ी के मुकाबले वर्श 2017-18 में 39 लाख सिक्योरफीट लकड़ी निकालकर भौतिक उपलब्धी में वृद्धि दिखाई है। उन्हें यह भी बताया गया कि एसएफसी ने दिसम्बर 2017 के अंत तक 18.75 लाख सिक्योरफीट लकड़ी निलामी में बेची है और 10.10 लाख सिक्योरफीट लकड़ी बिक्री डिपुओं के जरिये बेची है।एसएफसी की कार्यप्रणाली पर संतुश्टि जताते हुए मंत्री ने प्रबंधन पर बल देते हुए कहा कि निगम को अधिक लाभकारी बनाने हेतु प्रयासों को बढ़ाया जाये। मंत्री ने कहा कि सरकार ने पूरे राज्य में वन और वन्यजीव भूमि का नियमित सीमांकन कर वनों एवं वन्यजीवों की सुरक्षा व संरक्षण योजना को प्राथमिकता दी है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को पहले से ही निर्देश जारी किये गये हैं कि राज्य के वन्यजीव पर्यावरण और परितंत्र की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए।