भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से मीडिया में किए गए दावे कि 1984 के कत्लेआम की वजह से सिख भाईचारा कांग्रेस की हिमायत नहीं करेगा, पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राजनीतिक विशलेष्ण करते समय कैप्टन ने इस कड़वे सच को कबूल कर लिया है। स. ग्रेवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिख विरोधी है तथा जिस तरह दिल्ली समेत देश की विभिन्न जगहों पर 1984 के दौरान सिखों का योजनाबद्ध कत्लेआम किया गया और सिख भाईचारे की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब पर सैनिक हमला करवाया गया, उससे दुनियाभर में रहता सिख भाईचारा भलीभांति परिचित है।
हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि पंजाब की अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार आपसी भाईचारे की प्रतीक है, जिनकी ओर से विरासत-ए-खालसा, चप्पड़ चिडी व घल्लूघारों की यादगारें बनाने के अलावा भगवान वाल्मिकी की याद में रामतीर्थ में तथा करतारपुर में जंग-ए-आजादी यादगाार बनाई जा रही है। गुरू साहिब के पवित्र शस्त्रों की यात्रा व संगत को धार्मिक स्थानों के लिए तीर्थ यात्रा करवाई गई हैं। श्री दरबार साहिब कम्पलेक्स अमृतसर के सौदर्यीकरण करने तथा बड़े फलाई ओवर बनाकर लोगों का पहुंचना आसान बनाया है। इनके अलावा अकाली-भाजपा सरकार की ओर से कई जनहितैषी योजनांए चलाई जा रही है, जिनकी लोग तारीफ कर रहे हैं।
भाजपा नेता स. ग्रेवाल ने आप पार्टी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आप पार्टी सिख धर्म का कैसा सत्कार करती है, उसको उन्होंने चुनाव घोषणा पत्र के उपर श्री दरबार साहिब की तस्वीर पर झाडू लगाकर जाहिर कर दिया है। यहीं बस नहीं, आप पार्टी के नेताओं ने चुनाव मेनिफेस्टो की तुलना श्री गुरू ग्रंथ साहिब से करके तथा पांच प्यारों की तुलना अपने दिल्ली, यूपी के नेताओं से करके सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि आप नेताओं ने तो सिख पंथ से माफी मांगने को भी मजाक बना दिया तथा सेवा भावना की जगह तस्वीरें खिचवाने को ज्यादा तरजीह दी। हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि कांग्रेस व आम आदमी पार्टी ऐसी पार्टी है जो वोट की खातिर कुछ भी कर सकती है।