संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने अफगानिस्तान, इराक, सोमालिया, दक्षिण सूडान, सीरिया और यमन जैसे देशों में बच्चों के साथ गंभीर हिंसात्मक घटनाओं पर शुक्रवार को चिंता व्यक्त की। साल 2015 के सशस्त्र संघर्ष और बच्चों से संबंधित वार्षिक रिपोर्ट में बान ने कुछ देशों और अंतर्राष्ट्रीय गठबंधनों के हवाई अभियानों से पैदा हुए कठिन हालातों का जिक्र किया, जिसके कारण सैकड़ों बच्चों की जान जा रही है और वे घायल हो रहे हैं।बान ने कहा कि कई बार देश से संबद्ध सशस्त्र समूहों ने बच्चों की भर्ती की और उनका इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा, "सदस्य देशों को प्राथमिकता समझनी चाहिए। जहां कहीं भी संघर्ष के नियमों के उल्लंघन को रोकने तथ बच्चों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता हो, वहां उन्हें नीतियों, सैन्य प्रक्रियाओं तथा कानूनों में बदलाव करना चाहिए।"उन्होंने यह भी कहा कि बाल अधिकारों का उल्लंघन करने वाले संयुक्त राष्ट्र की जांच के दायरे में होंगे।सीरिया में पिछले पांच सालों से जारी युद्ध में हजारों बच्चों की मौत हो चुकी है। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2009 से नागरिक मृत्यु पंजीकरण के बाद से बच्चों की मौतों और उनके घायल होने की संख्या सबसे अधिक रही है।सोमालिया में बच्चों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में 50 प्रतिशत इजाफा हुआ है। वहीं दक्षिणी सूडान में बच्चे भीषण हिंसाओं विशेष रूप से विपक्षी ताकतों के खिलाफ क्रूर सैन्य हमलों का शिकार बने हैं।