5 Dariya News

Hair Fall Monsoon In Hindi: बारिश के मौसम में बाल क्यों झड़ते हैं? जानिए इसका कारण और उपाए

Hair Fall Monsoon In Hindi: यदि आप अपने टूटते हुए बालों से परेशान हैं और जानना चाहते हैं की आखिरकार बारिश के मौसम में बाल क्यों झड़ते हैं? तो यहां पाएं अपने सवाल का जवाब और जानें बचाव के उपाए।

5 Dariya News

03-Aug-2022

Hair Fall Monsoon In Hindi : बाल इंसान की खूबसूरती में चार चाँद लगा देते हैं फिर चाहे वो महिला हो या पुरुष लेकिन जब ये आपकी आँखों के सामने गिरने लगते हैं तो कुछ लोग तनाव में आ जाते हैं. यह दिक्कत बरसात के मौसम में जयादा बढ़ जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि बरसात के मौसम में नमी और ह्यूमिडिटी बहुत होती है. इस मौसम में अधिक नमी के कारण बाल अच्छे से सुख नहीं पाते हैं जिसकी वजह से वह आपस में ही चिपक जाते हैं. इसलिए अक्सर बाल झड़ने (Hair fall in rainy season) की समस्या बरसातों में बढ़ जाती है. यदि आप इसी समस्या का हल इंटरनेट पर खोज रहे हैं तो आज आप सही आर्टिकल पर पहुंचे हैं. यहां हम आपको कुछ एक्सपर्ट्स द्वारा दिए गए सुझाव के बारे में बताएंगे ताकि आप अपने टूटते  हुए बालों का झड़ना बंद कर सकें। 

एक्सपर्ट्स बताते हैं की कुछ लोगों के हमेशा बाल झड़ते हैं तो कुछ लोगों के निश्चित मौसम आने पर लेकिन क्या आपको पता है की किस मौसम में बाल सबसे अधिक झड़ते हैं? आइए जानते है पूरी डिटेल-

सितंबर में होता सबसे है सबसे अधिक हेयर फॉल 

एक्सपर्ट्स की माने तो सितंबर के महीने में सबसे अधिक सीजनेबल हेयर फॉल होता है. उन्होंने इसका कारण भी बताया है. दरअसल शरद ऋतु के तापमान में गिरावट होने के कारण बाल अधिक झड़ते हैं. एक्सपर्ट्स बताते है की यह समस्या जनवरी महीने के आते-आते थोड़ी कम हो जाती है. यही नहीं यदि आप सही खाना प्रॉपर डाइट लेते हैं तो आपके गिरे हुए बाल वापिस से आ सकते हैं.

अब बात करते है उन लोगों की जो जानना चाहते हैं की आखिरकार बरसात के मौसम में बाल क्यों झड़ते हैं?

Also read: मानसून में घूमने का कर रहे हैं प्लान तो पर भूलकर भी न जाएं इन जगहों पर, पड़ जाएंगे लेने के देने

बरसात के मौसम में बाल क्यों झड़ते हैं

बरसात के मौसम में बालों का झड़ना (Hair fall) वैसे तो आम है लेकिन जब ये ज़्यादा गिरने लग जाते हैं तो चिंता का विषय बन जाता है ऐसे में आपको बता दें की 90% से अधिक लोगों में, मानसून के दौरान बालों का झड़ना लगभग 30% बढ़ जाता है। ऐसे आपको अपनी बालों की अच्छी केयर करना शुरू कर देना चाहिए। इस सीजन में वातावरण में नमी काफी बढ़ जाती है जिसकी वजह है सर की स्किन रूखी और बालों में डैंड्रफ हो जाती है.

इसका दूसरा कारण ये भी है की मानसून के दौरान बढ़ती नमी के कारण जयादार सर धोना मज़बूरी बन जाता है इस वजह से भी बालों का गिरना और बेजान दिखना इस मौसम में समस्या बन जाती है. 

इस मौसम में अपने गिरते हुए बालों को देखकर कुछ लोग ज्यादा तनाव लेने लग जाते है, जिसकी वजह से उनके बाल और तेज़ी से गिरना शुरू हो जाते हैं.  

Also read: मक्खियों से हैं परेशान तो जानिए- मक्खी भगाने के घरेलू उपाय,House Flies के लिए है रामबाण इलाज

बारिश के मौसम में बालों की देखभाल कैसे करें (how to stop hair fall in monsoon season)

बारिश में मौसम बाल ज्यादा झड़ते या क्यों गिरते हैं इसका कारण हमने आपको ऊपर बता दिया है इसलिए यदि आपको इस समस्या का हल चाहिए तो इस मौसम में आपके बालों को अच्छी केयर (hair care in monsoon) की आवश्यता है तभी आप हेयर फॉल को कम कर सकते हैं नीचे कुछ स्टेप बताएं हैं जिसकी सहायता से आप अपने बालों की अच्छी देखभाल कर सकते हैं. 

1. बालों की पूरी सफाई रखें 

बरसातों में अकसर होता है की हम भीग जाते हैं जिसकी वजह से हमारे बाल भी गीले रहते हैं. लेकिन इसके लिए आपको घर आते ही अपने गीले बालों को साफ पानी से धोना चाहिए और उसे नेचुरल तरिके से सुखाना चाहिए।

 2. बालों को सूखा रखें 

हेयर वॉश के बाद बालों को सुखाने के लिए माइक्रोफाइबर कपड़े का उपयोग करें और उन्हें जल्दी से सुखाएं। ध्यान रहे इन्हें सुखाने के लिए हेअर ड्रायर का प्रयोग बिलकुल न करें, यह आपके बालों को कमजोर बना देता है इनको प्राकृतिक रूप से सूखने दें।

3. गर्म तेल से मालिश करते रहें 

हफ्ते में कम से कम 2 या 3 दिन गर्म तेल से मालिश करें और इससे 2 से 3 घंटे तक लगाकर छोड़कर दें इससे स्कैल्प को पोषण मिलेगा बल्कि सर्कुलेशन भी बढ़ेगा और बाल स्वस्थ और चमकदार बने रहेंगे। इसके बाद आप किसी भी शैंपू से धो लें।

इन सब के साथ-साथ आप एलोवेरा जेल का उपयोग कर सकते हैं इससे आप बालों को धोने से दो घंटे पहले जेल को अपने स्कैल्प पर लगा सकते हैं या अपने बालों के तेल या शैम्पू के साथ एलोवेरा जेल मिला कर के भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

Disclaimer : यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। 5 दरिया न्यूज़ इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।