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Agnipath Scheme Controversy: क्या है 'अग्निपथ' योजना और देशभर में क्यों हो रहा है इसका विरोध? जानिए यहाँ इस योजना के बारे में सबकुछ

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नई दिल्ली 17-Jun-2022

Agnipath Scheme Controversy: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को ‘अग्निपथ’ नाम की योजना शुरू करने का बड़ा ऐलान किया। यदि आप इस योजना के बारे में नहीं जानते तो आपको बता दें कि इस योजना के तहत इसमें चार साल के लिए सशस्त्र बलों में युवाओं को भर्ती किया जाएगा और चुने गए युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। इस साल करीब 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल करने की योजना बनाई है। लेकिन केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद कई राज्यों में इसका जमकर विरोध किया जा रहा है। also read अग्निपथ भर्ती योजना: अब 4 साल की नौकरी, 30000 सैलरी, 44 लाख का बीमा और अंत में मिलेंगे 12 लाख

आइये जानते है आख़िरकार इस योजना पर क्यों जताया जा रहा है विरोध- 

युवाओं ने जताया इस योजना के खिलाफ असंतोष 

भारत में इस समय कई अलग-अलग राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं इसमें सबसे ज़्यादा विरोध-प्रदर्शन बिहार में देखने को मिला। युवाओं का कहना हे की हम अपनी पूरी मेहनत सेना में भर्ती होने में लगा देते हैं ऐसे में अब सिर्फ चार साल कि नौकरी उन्हें मंजूर नहीं है युवाओं ने जल्द से जल्द सरकार से इस योजना को वापिस लेने की मांग रखी है।also read: बिहार में अग्निपथ योजना का विरोध जारी, प्रदर्शनकारियों के निशाने पर रेलवे, ट्रेनों में लगाई आग  

ये है अग्निपथ योजना

केंद्र सरकार की योजना के तहत इस साल करीब 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल करवाना है, जिनकी उम्र 17 से 21 साल तक कि होगी।  योजना के मुताबिक इसमें युवाओं को केवल चार साल सेना में भर्ती होकर देने पड़ेंगे और इसमें शामिल होने वाले नौजवानों को  ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। जिसमें उन्हें महीने में 30,000 से 40,000 तक का वेतन भी दिया जाएगा। चार साल बाद भर्ती हुए युवाओं में से 25% युवाओं को आगे इस सेना में बढ़ाया जाएगा जबकि बाकि बचे 75% युवाओं को नौकरी छोड़ने पड़ेगी।

अग्निपथ योजना पर सरकार का पक्ष 

सरकार कि बात करें तो अग्निपथ योजना पर केंद्र सरकार ने सकरात्मक पक्ष रखा है। सरकार ने बताया की इससे युवाओं सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा इसके अलावा देश की सुरक्षा मज़बूत होगी और देश कि बेरोजगारी खत्म होगी। नौजवानों को मिलिट्री सर्विस का अनुभव मिलेगा जिससे उन्हें चार साल बाद कहीं भी नौकरी लेने में आसानी होगी। also read 'अग्निपथ योजना' में भर्ती की आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल करने से युवाओं को होगा फायदा 

एक्सपर्ट्स ने दी इस योजना पर अपनी राय 

अग्निपथ' योजना पर केंद्र सरकार ने रक्षा क्षेत्रों से जुड़े कुछ एक्सपर्ट्स से राय ली जिसमें उन्होंने इस योजना को सकरात्मक बताया और विरोध पर भी अपमी राय रखी। रिटायर्ड मेजर जनरल शेओनान सिंह ने बीबीसी से कहा कि सेना में किसी को चार साल के लिए शामिल करना पर्याप्त समय नहीं है। चार साल में छह महीने तो ट्रेनिंग में निकल जाएंगे। इसके अलावा इन्फैंट्री में काम करने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग की भी जरुरत पड़ेगी। 

दूसरी और दक्षिण पश्चिम कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर अग्निपथ योजना को युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर बताया है। उन्होंने कहा कि ‘सेना उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और प्रतिभा के आधार पर कौशल प्रदान करेगी. चार साल बाद जहां 25 फीसदी उम्मीदवारों को योग्यता के आधार पर सेना में शामिल किया जाएगा. वहीं शेष 75 फीसदी जो समाज में वापस जाएंगे, उन्हें कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा, ताकि उन्हें अपने कौशल के आधार पर सरकारी या निजी नौकरी मिल सके।’